उर्मि जी इस मुक्तक की ये पंक्तियां बहुत गहरे भाव लिये हुए हैं- इतने गहरे नाते कभी तोड़े नहीं जाते, बीच राह में हमसफ़र यूँ छोड़े नहीं जाते, aapako haardika badhaaI !
I am a very cheerful, friendly and fun loving girl and have a great passion for travelling as I love to explore new places, love cooking, reading books, writing Hindi poems and English articles by which I am able to express my thoughts and feelings.
45 comments:
वाह ...बहुत खूब ।
Bhut Khoob, Behad Khoobsurat..!
Ap kis se juda hokar udas ho gayi Urmiji? :)Beautifully written.
Warm Regards
सुन्दर उद्गार।
बहुत खूब...वाह।
वाह्…………बहुत सुन्दर्।
waah!
Uff..Man ki Piida jahalkti hai aapki in panktiyon men
Neeraj
इस व्यथा को सुन्दर शब्दों में पिरोया है ।
नाते गहरे होते तो तोडे नहीं जाते ।
हमसफ़र होते तो जुदा हो नहीं पाते ।
जो चल न सका साथ-साथ राह में श्याम,
आंसू के मोती उन पै बहाये नहीं जाते ॥
Nice, very nice
vey well said
why does it happen that paths change .. sad
Bikram's
ham bhee duaa khudaa se karte hein
urmee ko bichhdon se milaa de
chehre par phir se hansse laa de
मन के अहसासों की सुंदर प्रस्तुति,....उम्दा पोस्ट
मेरे पोस्ट के लिए "काव्यान्जलि" मे click करे
अपने कमेंट्स में मेरी तरह लिंक लगाये,
बहुत सुन्दर्! Merry X Mas!
Urmi ji bahut hi khubsurat likha hai aapne. Jarur aap ne jindgi me kahi n kahi dhokha khaya hai. Aap ke dil ki awaz lagte hain mujhko ye alphaz.
वाह-वाह-वाह... और क्या कहूँ उर्मिजी...!!!
उर्मी जी...
कभी न टूटे मन का नाता..
कभी न छूटे दिल के रिश्ते...
भले जुदा हो जाएँ साथी...
सपने में वो रहेंगे मिलते...
ऐसी उदासी क्यों...?
दीपक शुक्ल...
नाते गहरे होते तो तोडे नहीं जाते ।
हमसफ़र होते तो जुदा हो नहीं पाते
कई बार हमसफ़र भी जुदा हो जाते हैं दोस्त.....
very nice URMi... so true!
nice poetries.. easy to relate n understand!
उर्मि जी इस मुक्तक की ये पंक्तियां बहुत गहरे भाव लिये हुए हैं-
इतने गहरे नाते कभी तोड़े नहीं जाते,
बीच राह में हमसफ़र यूँ छोड़े नहीं जाते,
aapako haardika badhaaI !
Nice but we don't want a 'udaas urmi' ,we want to see you happy and healthy.Merry Christmas and A Happy New Year to you Urmi .
बहुत खूब !
अच्छी प्रस्तुति .गमे दुनिया सहर उदास न हो ...
बहुत खूब.
बहुत सुन्दर उद्गार।
आपकी रचना के लिए सिर्फ एक शब्द ...बेमिशाल
वह......जी अच्छी सायरी......
सुन्दर शब्दावली, सुन्दर अभिव्यक्ति.
Lovely work. The sadness could be felt. You have a nice blog :)
Vah Urmi ji andar ki bhavnaon ko khoobsoorat shbdon dhalna .... ak kamal ki abhivykti ... abhar . mere nye post pr apka amantrn hai.
आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।
वाह, लाजवाब।
Khubsurat Shabdon men piroya..badhai.
आप सभी को क्रिसमस की बधाई ...हो सकता है सेंटा उपहार लेकर आपके घर भी पहुँच जाये, सो तैयार रहिएगा !!
उर्मी जी, आप उदास कभी नही होईयेगा,प्लीज.
मिलन और जुदाई तो जीवन का अंग हैं.
मेरे लैपटॉप और नेट में दिक्कत आ रही है.
देरी के लिए क्षमायाचना है आपसे.
बड़े दिन,क्रिश्मस और आनेवाले नव वर्ष
की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.
वाह .. क्या बात है उर्मी जी ...
क्रिमस की बधाई ...
वाह !!! बहुत खूब..
वाह ...बहुत खूब ।
बहुत खूब
गहरे नाते कभी नहीं टूटते,
सच्चे हमसफर कभी नहीं छूटते,
जिन्हें नहीं मिलना हैं दोबारा,
बहन उर्मी आप उन्हें क्यों ढूढ़ते।
BAHUT KHUB!!
beautiful poem
बहुत खूब
like the selection of pic
आपका पोस्ट बहुत ही अच्छा लगा .। मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । नव वर्ष की अशेष शुभकामनाए ।
vah urmi ji kya khoob likhti hain ...badhai
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