Friday, December 23, 2011


इतने गहरे नाते कभी तोड़े नहीं जाते,

बीच राह में हमसफ़र यूँ छोड़े नहीं जाते,
तुमसे जुदा होकर 'उर्मी' हो गई है उदास,
इन आँसुओं से बिछुड़े पल जोड़े नहीं जाते !

45 comments:

सदा said...

वाह ...बहुत खूब ।

कुमार संतोष said...

Bhut Khoob, Behad Khoobsurat..!

Ramakrishnan said...

Ap kis se juda hokar udas ho gayi Urmiji? :)Beautifully written.
Warm Regards

घनश्‍याम मौर्य said...

सुन्‍दर उद्गार।

शिवम् मिश्रा said...

बहुत खूब...वाह।

vandana gupta said...

वाह्…………बहुत सुन्दर्।

ज्ञानचंद मर्मज्ञ said...

waah!

नीरज गोस्वामी said...

Uff..Man ki Piida jahalkti hai aapki in panktiyon men

Neeraj

डॉ टी एस दराल said...

इस व्यथा को सुन्दर शब्दों में पिरोया है ।

shyam gupta said...

नाते गहरे होते तो तोडे नहीं जाते ।
हमसफ़र होते तो जुदा हो नहीं पाते ।
जो चल न सका साथ-साथ राह में श्याम,
आंसू के मोती उन पै बहाये नहीं जाते ॥

BK Chowla, said...

Nice, very nice

Bikram said...

vey well said

why does it happen that paths change .. sad

Bikram's

Nirantar said...

ham bhee duaa khudaa se karte hein
urmee ko bichhdon se milaa de
chehre par phir se hansse laa de

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

मन के अहसासों की सुंदर प्रस्तुति,....उम्दा पोस्ट

मेरे पोस्ट के लिए "काव्यान्जलि" मे click करे

अपने कमेंट्स में मेरी तरह लिंक लगाये,

Rahul Bhatia said...

बहुत सुन्दर्! Merry X Mas!

Suresh kumar said...

Urmi ji bahut hi khubsurat likha hai aapne. Jarur aap ne jindgi me kahi n kahi dhokha khaya hai. Aap ke dil ki awaz lagte hain mujhko ye alphaz.

Neeraj Kumar said...

वाह-वाह-वाह... और क्या कहूँ उर्मिजी...!!!

Deepak Shukla said...

उर्मी जी...



कभी न टूटे मन का नाता..

कभी न छूटे दिल के रिश्ते...

भले जुदा हो जाएँ साथी...

सपने में वो रहेंगे मिलते...



ऐसी उदासी क्यों...?



दीपक शुक्ल...

लोकेन्द्र सिंह said...

नाते गहरे होते तो तोडे नहीं जाते ।
हमसफ़र होते तो जुदा हो नहीं पाते
कई बार हमसफ़र भी जुदा हो जाते हैं दोस्त.....

hamaarethoughts.com said...

very nice URMi... so true!

nice poetries.. easy to relate n understand!

सहज साहित्य said...

उर्मि जी इस मुक्तक की ये पंक्तियां बहुत गहरे भाव लिये हुए हैं-
इतने गहरे नाते कभी तोड़े नहीं जाते,
बीच राह में हमसफ़र यूँ छोड़े नहीं जाते,
aapako haardika badhaaI !

Kavita Saharia said...

Nice but we don't want a 'udaas urmi' ,we want to see you happy and healthy.Merry Christmas and A Happy New Year to you Urmi .

मनोज कुमार said...

बहुत खूब !

virendra sharma said...

अच्छी प्रस्तुति .गमे दुनिया सहर उदास न हो ...

Kunwar Kusumesh said...

बहुत खूब.

Patali-The-Village said...

बहुत सुन्‍दर उद्गार।

Mamta Bajpai said...

आपकी रचना के लिए सिर्फ एक शब्द ...बेमिशाल

बी.एस.गुर्जर said...

वह......जी अच्छी सायरी......

विभूति" said...

सुन्दर शब्दावली, सुन्दर अभिव्यक्ति.

PhilO♥ said...

Lovely work. The sadness could be felt. You have a nice blog :)

Naveen Mani Tripathi said...

Vah Urmi ji andar ki bhavnaon ko khoobsoorat shbdon dhalna .... ak kamal ki abhivykti ... abhar . mere nye post pr apka amantrn hai.

प्रेम सरोवर said...

आपकी प्रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।

महेन्‍द्र वर्मा said...

वाह, लाजवाब।

Akshitaa (Pakhi) said...

Khubsurat Shabdon men piroya..badhai.


आप सभी को क्रिसमस की बधाई ...हो सकता है सेंटा उपहार लेकर आपके घर भी पहुँच जाये, सो तैयार रहिएगा !!

Rakesh Kumar said...

उर्मी जी, आप उदास कभी नही होईयेगा,प्लीज.
मिलन और जुदाई तो जीवन का अंग हैं.

मेरे लैपटॉप और नेट में दिक्कत आ रही है.
देरी के लिए क्षमायाचना है आपसे.
बड़े दिन,क्रिश्मस और आनेवाले नव वर्ष
की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ.

दिगम्बर नासवा said...

वाह .. क्या बात है उर्मी जी ...

दिगम्बर नासवा said...

क्रिमस की बधाई ...

अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com) said...

वाह !!! बहुत खूब..

avanti singh said...

वाह ...बहुत खूब ।

sm said...

बहुत खूब

dinesh aggarwal said...

गहरे नाते कभी नहीं टूटते,
सच्चे हमसफर कभी नहीं छूटते,
जिन्हें नहीं मिलना हैं दोबारा,
बहन उर्मी आप उन्हें क्यों ढूढ़ते।

मुकेश कुमार सिन्हा said...

BAHUT KHUB!!

sm said...

beautiful poem
बहुत खूब
like the selection of pic

प्रेम सरोवर said...

आपका पोस्ट बहुत ही अच्छा लगा .। मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । नव वर्ष की अशेष शुभकामनाए ।

Naveen Mani Tripathi said...

vah urmi ji kya khoob likhti hain ...badhai