Wednesday, April 8, 2009


ये तन्हाईयाँ जो सजी है तेरे ख्यालों से,
इनसे ये रात यूँही सजती रहे,
ये अकेलापन जो तुमसे दूरी का एहसास है,
ये दूरियां तेरे दीदार की उम्मीद से सजती रहे!

2 comments:

sujata sengupta said...

Hope is the essence of life..How am I alone when your love is with me..sirf ehsaas hai rooh se mehsoos karo..duriya pighal jayegi

रज़िया "राज़" said...

सुंदर अति सुंदर।