Wednesday, April 8, 2009


ज़िन्दगी शुरू होती है रिश्तों से,
रिश्ते शुरू होते हैं प्यार से,
प्यार शुरू होता है अपनों से,
और हम शुरू होते हैं आपसे!

2 comments:

महेश कुमार वर्मा : Mahesh Kumar Verma said...

बहुत ही अच्छा लिखे हैं.
धन्यवाद.

महेश
http://popularindia.blogspot.com/

मोहन वशिष्‍ठ said...

लाजवाब शायरी है मजा आ गया पढकर साथ में क्‍या खूब पेंटिंग लगाई है वाकई लाजवाव