उर्मी जी , आज आपके ब्लॉग पर आना हुआ .. यूँ ही टहलता हुआ आ गया .. आपके ब्लोगों में वैविध्य है .. खाना मशाला देखकर मुंह में पानी आ जाय .. यहाँ आपकी कई पोस्टों में चार - चार पंक्तियों को देखा , निवेदन आपसे इतना करना चाहता हूँ कि आप थोड़ा लय साधने का यत्न करें तो मामला दुरुस्त होने लगेगा .. जो भाव हैं आपके पास उन्हें बस शब्दों और शैलियों की तराश देना बाकी है , फिर कई अच्छी रचनाएं देखने को मिलेंगी आपके ब्लॉग से .. थोड़ा सुधार तो आप कर ही सकती हैं अगर ठान लें ! .. ब्लॉग जगत पर लोग वाह-वाह ज्यादा करते हैं , इस शोर में जहां सुधार की गुंजाइश होती है वह छुप जाती है ..यहाँ इस चीज से सम्हलना चाहिए .. ---- उम्मीद है कि आप मेरी बातें अन्यथा नहीं लेंगी ! आपकी अच्छी कवितायें देखकर मुझे भी अच्छा लगेगा , जो कि थोड़े से प्रयास द्वारा ही बन जायेंगी , इतना ध्यान रखा जाना चाहिए ! ---- चित्र -चयन में आपकी काबिलियत की दाद देता हूँ , , , इन्हें ही देखने आता रहूंगा ! आभार !
I am a very cheerful, friendly and fun loving girl and have a great passion for travelling as I love to explore new places, love cooking, reading books, writing Hindi poems and English articles by which I am able to express my thoughts and feelings.
40 comments:
इस कदर रो पड़ा है आज दिल मेरा,
न जाने आज किसकी याद आयी है !
सुन्दर शायरी
बढिया
ये अच्छी उदासी है
BAHUT KHUB
YAD AAYI HE
SHAN DAR
http://shabnamishayari.blogspot.com/
EK NAJAR IDHAR BHI
तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है,
वाह उर्मी जी ... क्या बात है ! बहुत सुन्दर !
bahut baDhiyaa!!
Aaj hamari 'bubbling' Babli udas kyon ho gayi?
Rachana to khair sundar haihi...
शानदार रचना है...
भाव सुमन को इतने अच्छे लगे
सोच न पाया गजल है या रूबाई है
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
अपने मन को स्थिर रखकर सभी परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखें।
"तन्हाई के बादल से भीगी जुदाई है"
Babli ji... bahut hi gehraai hai...
Regards,
Dimps
Yes . This happens to me. I feel like crying when I am lost in thought of my dear ones who are not in this world.
बढ़िया रचना ।
बढ़िया स्कैच ।
किसका है ?
क्या बात है ! बहुत सुन्दर !
दिल से बस वाह वाह ही निकलती है आप की रचना पढ कर, बहुत सुंदर. धन्यवाद
बढियां रचना
कभी कभी उदासी भी मुस्कुराती है !!
हाँ हाँ......... उदासी मुस्कुराती है !!
जब जब तन्हाई में तेरी याद आती है,
मेरी उदासी हर बार मुस्कुराती है !!
मुबारकबाद आपको आपके इस शेर पर कुछ कहने के चक्कर में
चार लाइन मैं भी लिख गया !!
बहुत दिनों के बाद तुम्हारी पोस्ट है देखी
इतने साथी के होते क्या दुःख से डरना
यादों के बादल सब ग़ायब हो जायेंगे
रोना धोना छोड़ो, सारे कमेंट पढो ना!!
वाह ! कमाल की पंक्तियाँ लिखी है!
विरह-वेदना का सुन्दर चित्रण!
शायरी और चित्र दोनों बेहतरीन..वाह!
तन्हाई में ... जब ये उदासी, जुदाई के बादल छँट जाएँ और दिल में सुकुँ हो तो समझना उस प्रिय की झलक मिली है जो सबके हिय में रहता है ... सुंदर मुक्तक ...
सुंदर भाव..बढ़िया रचना..धन्यवाद बबली जी अच्छी लगी आपकी यह प्रस्तुति
kya baat...kya baat...kya baat...
Babli ji... bahut hi gehraai hai...
क्या बात है ! बहुत सुन्दर !
are waah bahut hi sundar bhav bhar diye hain............badhayi.
सुन्दर रचना...
अति सुन्दर।
इस कदर रो पड़ा है आज दिल मेरा,
न जाने आज किसकी याद आयी है !
......वाह उर्मी जी ... क्या बात है ! बहुत सुन्दर !
... बहुत खूब,प्रसंशनीय!!!!
सरल शब्दो मे गहरी बात ।
Beautiful. Very apt for my mood today..:)
उर्मी जी ,
आज आपके ब्लॉग पर आना हुआ .. यूँ ही टहलता हुआ आ गया ..
आपके ब्लोगों में वैविध्य है .. खाना मशाला देखकर मुंह में पानी
आ जाय .. यहाँ आपकी कई पोस्टों में चार - चार पंक्तियों को देखा ,
निवेदन आपसे इतना करना चाहता हूँ कि आप थोड़ा लय साधने
का यत्न करें तो मामला दुरुस्त होने लगेगा .. जो भाव हैं आपके पास
उन्हें बस शब्दों और शैलियों की तराश देना बाकी है , फिर कई अच्छी
रचनाएं देखने को मिलेंगी आपके ब्लॉग से .. थोड़ा सुधार तो आप
कर ही सकती हैं अगर ठान लें ! .. ब्लॉग जगत पर लोग वाह-वाह
ज्यादा करते हैं , इस शोर में जहां सुधार की गुंजाइश होती है वह
छुप जाती है ..यहाँ इस चीज से सम्हलना चाहिए ..
---- उम्मीद है कि आप मेरी बातें अन्यथा नहीं लेंगी ! आपकी
अच्छी कवितायें देखकर मुझे भी अच्छा लगेगा , जो कि थोड़े से प्रयास
द्वारा ही बन जायेंगी , इतना ध्यान रखा जाना चाहिए !
---- चित्र -चयन में आपकी काबिलियत की दाद देता हूँ , , , इन्हें ही
देखने आता रहूंगा ! आभार !
कुछ पँक्तियाँ से पूरा मसला बयान हो गया है...
यादां विछरे सज्जन दियां आयियाँ....
अच्छा शेर....
यादें तो रुला कर जाती हैं ....बहुत खूब ...
bahut khub
Bahut badiya
यादें ऐसी ही होती हैं.
Behtreen prastuti.melodious poem.
udasi aur pyar ka sangam..bht khoob
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