Saturday, May 8, 2010


रातें गुमनाम होती है,
दिन किसीके नाम होता है,
हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह जीते हैं,
हर लम्हा आप ही के नाम होता है !

39 comments:

vandana gupta said...

uff..........bahut dard bhara hai.

nilesh mathur said...

बहुत सुन्दर पंक्तियाँ है!

शिवम् मिश्रा said...

बहुत सुन्दर पंक्तियाँ है! बधाई एवं शुभकामनाएँ!

श्यामल सुमन said...

प्यारी पंक्तियाँ बबली जी।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com

Mithilesh dubey said...

बहुत ही खूबसूरत रचना लगी ।

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" said...

बहुत सुन्दर है ! बधाई !

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

दर्द को शब्दों में बहुत मार्मिकता से ढाला गया है!

शरद कोकास said...

हम कहते ही ऐसा हैं आज का दिन आपके नाम ...।

kshama said...

Guldasteki sundar kali!

sheetal said...

Bahut sundar panktiya.

कडुवासच said...

...सुपर-डुपर !!!!

Deepak Shukla said...

Hi..

Har lamha gar naam kisi ke..
Raat kahan gumnaam rahegi..
Jiske naam tera har lamha..
Raat usi ke naam rahegi..

Agar har lamha kisi ke naam hai to Raat gumnaam kaise hogi??

DEEPAK..

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह जीते हैं,
हर लम्हा आप ही के नाम होता है

बहुत खूब....

लम्हा दर लम्हा मैंने तेरा नाम लिया
जिंदगी जी गए जब तूने मेरा नाम लिया

डॉ टी एस दराल said...

हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह जीते हैं,
हर लम्हा आप ही के नाम होता है !

पूर्ण समर्पण । अति सुन्दर ।

BK Chowla, said...

I missed your last post as was travelling.
This one as usual is so warm.

राज भाटिय़ा said...

बहुत खुब बबली जी

Randhir Singh Suman said...

nice.................................

chitra said...

Great,,Babli...
har lamha aap ke naam hota he...

मनोज कुमार said...

बेहतरीन।

M VERMA said...

अच्छी शायरी

dipayan said...

हर बार की तरह कम शब्दो मे एक अति सुन्दर रचना । बधाई

IMAGE PHOTOGRAPHY said...

कहने को बहुत कुछ , पर शब्द नही ।
सुन्दर......

अजय कुमार said...

दर्द भरी रचना ।

संसार की समस्त माताओं को नमन

जयकृष्ण राय तुषार said...

very nice.excellent.happy mothers day

hem pandey said...

हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह जीते हैं,
हर लम्हा आप ही के नाम होता है !

- सुन्दर

ताऊ रामपुरिया said...

बहुत लाजवाब.

रामराम.

अनामिका की सदायें ...... said...

itna yaad na karo
yaade bhi ro dengi..
yado ke sahare rahoge
to jindgi door hogi.

arvind said...

रातें गुमनाम होती है,
दिन किसीके नाम होता है,
हम ज़िन्दगी कुछ इस तरह जीते हैं,
हर लम्हा आप ही के नाम होता है !

...बहुत सुन्दर पंक्तियाँ , बधाई एवं शुभकामनाएँ!

संजय भास्‍कर said...

बहुत खुब बबली जी

jamos jhalla said...

लम्हा लम्हा जीना ही तो जीना है और अगर किसी का नाम मिल जाए तो सफल जीना है|

मोहन वशिष्‍ठ said...

वाह जी वाह आनंद आ गया बहुत ही सुंदर पक्तिंयां

अरुणेश मिश्र said...

bahut khoob.......

Dimple said...

Painful but very well said...
It is deep and pure!

Regards,
Dimple

सहज समाधि आश्रम said...

रातें तन्हा तो सुनी थी गुमनाम
आपने बता दिया..वैसे बबली जी
कमेंट को ये नहीं मानना चाहिये कि
वे वास्तविकता के धरातल पर है अगर
आप अतिश्योक्त शब्द से परिचित हैं तो
मेरी बात आसानी से समझ में आ जायेगी .
satguru-satykikhoj.blogspot.com

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

सचमुच लाजवाब कर दिया आपने। बहुत बहुत बधाई।
--------
बूझ सको तो बूझो- कौन है चर्चित ब्लॉगर?
पत्नियों को मिले नार्को टेस्ट का अधिकार?

Shri"helping nature" said...

raat itni khubsurat hoti hai
waaaaaah
10\10

रचना दीक्षित said...

बहुत सुन्दर है सुन्दर दर्द भरी रचना
बधाई

डा श्याम गुप्त said...

रातें गुमनाम होती है,
दिन किसीके नाम होता है,-----ये तो बहुत खतरनाक कारनामा होता है जी, समझिये.
यूंही हां जी हां जी न कहिये सब.

Dr. Tripat Mehta said...

wah wah..kya baat hai :)

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