याद आए तो ऑंखें बंद न करना,
हम चले भी जाए तो गम न करना,
दोस्ती का एहसास दिल से कम न करना,
ये अनमोल रिश्ता हमेशा निभाते रहना !
हम चले भी जाए तो गम न करना,
दोस्ती का एहसास दिल से कम न करना,
ये अनमोल रिश्ता हमेशा निभाते रहना !
Posted by Urmi at 8:21 PM
39 comments:
लाजवाब रचना .....बहुत खूब .
Babli,bahut,bahut pyari rachna!
khoobsoorat babli ji!
सही है
लाजवाब रचना ....
आपको मित्रता-दिवस की बधाई!
--
मुक्तक बहुत बढ़िया है!
Saath aapka kabhi na chodenge.
Dosti ka yeh bandhan kabhi na todenge.
waada karte hain aaj, hum aapse munh kabhi na modenge.
thnx! 4 sharing.....
बहुत ही प्यारी कविता कही है आपने।
…………..
स्टोनहेंज के रहस्यमय पत्थर।
क्या यह एक मुश्किल पहेली है?
बबली जी आप के इन शेरो के सामने हमारे तारीफ़ के शव्द भी छोटे है, बहुत खुब सुरत शेर है धन्यवाद
लाजवाब....
मित्रता-दिवस की बधाई!!!
rachna ke sath tasvir bhi bolti hai ....abhar
Lovely! Many good wishes!
बबली ! बहुत अच्छा लिखा है । चित्र आनन्दवर्धक है ।
मित्रता बड़ा अनमोल रतन ।
बहुत खूब्…………मित्रता दिवस की बधाई।
दोस्ती कायम रहे
हीरे पन्ने माणिक मोती आसमान के तारे,
इस दुनिया में लोग जो दिखते ये सारे के सारे।
इनके बीच बिता कर जीवन रहा जो मुझ से दूर।। किसका बता कुसूर ?
मैंने तो यह कायनात ही जब तुझको दे डाली,
तेरे ही हित खड़ा रहा मैं, बन बग़िया का माली।
तूने फ़र्क़ किया अपनों में, जुल्म किये भरपूर ।। किसका बता कुसूर ?
http://vedquran.blogspot.com/2010/07/reply-me-anwer-jamal.html
बढ़िया ।
सुन्दर अहसास ।
bahut sundar ........
लाजवाब रचना .....बहुत खूब .
बहुत सुंदर.
रामराम.
बहुत खूब, सुन्दर अहसास
दोस्ती के नाम सुंदर शायरी..वाह!
सही कहा, हर हाल में रिश्ता निभाया जाना चाहिए।
देर से आया ,क्षमा चाहुंगा -मित्रता दिवस पर अच्छी रचना ,बधाई ।
एक बढ़िया भाव समेटे हुई सुंदर प्रस्तुति..
ek dost ki hardik badhai.bahut khoobsurat shayari bilkul aapki hi tarah.
ये अनमोल रिश्ता हमेशा निभाते रहना !
poonam
बहुत खूब ....
दोस्ती का एहसास वास्तव में कभी कम नहीं होता ....ये रचना बहुत अच्छी लगी
जिस लम्हे में मेरी याद आये,
उस लम्हे में ग़म मत करना!
मुस्का देना उस लम्हे में,
आँखों को तू नम मत करना!
दोस्ती पर शानदार रचना..बधाई.
बहुत खूब .
आप को भी मित्रता दिवस की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनाएँ!
लाजवाब रचना।
सुन्दर अहसास।
बबलीजी ! देर से ही सही पर दोस्ती दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...
बहुत दिन बाद फिर ब्लॉग खोला तो आपका प्यारा सा अभिनन्दन पाकर बहुत अच्छा लगा ...
आपकी यह रचना भी हमेशा के भांति बहुत अच्छी है ...
हम भी सलाम बजा जाते हैं बबली जी।
सच्ची दोस्ती का अहसास कभी दिल से कम नहीं होता.
bahut sundar aur ramya rachna ke liye badhai
लाजवाब रचना .....बहुत खूब .
" lajawab ...sabdo ka pirona koi aaapse sikhe ..bahut hi badhiya "
----- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
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