रात की तन्हाई में उनको आवाज़ दिया करते हैं,
रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं,
वो आए या न आए हमारे ख़्वाबों में,
हम तो सिर्फ़ उन्हीं का इंतज़ार किया करते हैं !
रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं,
वो आए या न आए हमारे ख़्वाबों में,
हम तो सिर्फ़ उन्हीं का इंतज़ार किया करते हैं !
41 comments:
बहुत सुंदर
बहुत खूब्।
खूबसूरत शेर ..... बहुत लाजवाब ...
हम तो सिर्फ़ उन्हीं का इंतज़ार किया करते हैं !
...बहुत खूब्।
बहुत सही लिखा है!
--
इन्तज़ार में ही मजा है!
Babli hameshaki tarah khoobsoorat likha hai..gar aisahi likha karogi to ham tippanee kaise denge?:):)
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
लाजवाब!
वाह! क्या बात है. भीशोण सुन्दोर
बहुत सुंदर भाव लिए शे’र।
ग़ज़ब का चित्र।
bahut hi achha likha hai
हमेशा की तरह प्यार में पूरा समर्पण.
बहुत सुंदर लिखा है!
समर्पण!!
क्या खूब अभिव्यक्ति
सुन्दर शब्दों से बेहतरीन पंक्तियां ।
अच्छी पंक्तिया लिखी है आपने .......... आभार
कुछ लिखा है, शायद आपको पसंद आये --
(क्या आप को पता है की आपका अगला जन्म कहा होगा ?)
http://oshotheone.blogspot.com
बहुत खूब .. इस इंतेज़ार का जो मज़ा है वो कहीं और कहाँ है ....
Wah
इस इंतज़ार में जो मज़ा है , वो मिलन में कहाँ ।
बढ़िया रचना ।
यही तो कहलाता है शिद्दत से इन्तजार करना.
उम्दा!
अति सुंदर जी, धन्यवाद
बहुत ख़ूब!!
वाह!
रात की तन्हाई में उनको आवाज़ दिया करते हैं,
रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते हैं,
वो आए या न आए हमारे ख़्वाबों में,
हम तो सिर्फ़ उन्हीं का इंतज़ार किया करते हैं !
वाह... बहुत सुन्दर... बधाई.
I hope the wait ends and the love birds get to look at the starry sky together.
Beautiful lines Babli !
खूबसूरत शेर ..... बहुत लाजवाब
अच्छी प्रस्तुति।
ati sundar
बहुत खूबसूरती से भावों को पिरोया...उत्तम प्रस्तुति..बधाई.
___________________
'शब्द सृजन की ओर' में 'साहित्य की अनुपम दीप शिखा : अमृता प्रीतम" (आज जन्म-तिथि पर)
वाकई...बहुत खूबसूरत !
bahot acha,...i m glad to visit ur shayari post..kafi salon baad shayari padhi meine..maja aya...
thnx for visiting and leaving the comment at my blog...:)
wah!kya baat hain.
bahut hi khubsurat.
vaah ji kamaal hai, mere blog visit ka shukriya
अच्छी अभिव्यक्ति...
आपकी शायरियां हमेशा अपने करीब लगती हैं।
Wow, you write so well. I must commend you on maintaining so many blogs. I glanced through your food blog and amazing, and they are wonderful too.
intazaar kisi ka karna kaisa hota hay..ye to wahi jaan payega jo intazar me hone wale ehsas ko tahe dil se mahsus kiya ho..
aapka kalam usi ehsas se gujar diya.
nice post
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अकेला या अकेली
खूबसूरत शेर!!!!! बहुत सही लिखा है
Hi Babli,
Happy Janmaashtami.
Nice lines you have quoted.
lajwaab
Rat Ki Tanhai Me Ham Unse Bat Kiya Karte The ....Fir Pata chala Ki Wo to Time pass Karte the ....
uttam Rachna ....
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