बहुत मुश्किल है उनसे दूर रहना,
जुदाई के दर्द को यूँ कब तक सहना?
जानती हूँ मुझसे दूर चले गए बहुत,
पर अरमां है अब तो आ जाओ सजना !
जुदाई के दर्द को यूँ कब तक सहना?
जानती हूँ मुझसे दूर चले गए बहुत,
पर अरमां है अब तो आ जाओ सजना !
Posted by Urmi at 9:35 AM
38 comments:
एक मीठी अहसास लिए प्यारी सी रचना।
चार लाईनों में पूरी बात कहने का सामर्थ्य कोई यहाँ आकर देखे सीखे । बधाई उर्मी जी बधाई ।
नन्हीँ सी कविता
दो चार छह,
पँक्तियाँ तो कम हैँ
बातेँ भई वाह!
इंतज़ार की घड़ियाँ देर से बीतती हैं ..सुन्दर अभिव्यक्ति
वाह!!! सुन्दर अभिव्यक्ति
Wonderful.
Some times I feel that you read my heart!!!
खूबसूरत अहसास !!! बहुत सुंदर ।
हमेशा की तरह बहुत सुंदर जी, धन्यवाद
बहुत खूबसूरत अहसास ।
उससे नहीं उनसे ..क्यों ?
जुदाई के दर्द ..
सुन्दर रचना
aa jayenge sajnna!!
बबली की शायरी इतनी मासूम होती है कि त्रुटियों की ओर ध्यान ही नहीं जाता!!
मीठा सा एहसास लिए खूबसूरत रचना...
गहरा एहसास लिए ... वो आएँ तो चैन आए .... क्या बात है ...
बहुत सुन्दर अश-आर है!
--
दो अक्टूबर को जन्मे,
दो भारत भाग्य विधाता।
लालबहादुर-गांधी जी से,
था जन-गण का नाता।।
इनके चरणों में श्रद्धा से,
मेरा मस्तक झुक जाता।।
सुन्दर अभिव्यक्ति..............
सुकोमल भावनाएं, सुंदर शब्द ओर श्वेत श्याम चित्र...तीनों एक ही व्यथा को खूबसूरती से बयान कर रहे हैं। प्रशंसनीय प्रस्तुति।
Such a lovely poetry
sundar abhivyakti.
Bahut sundar bhavon ki pyari abhivyakti-----Bapu evam Shastri ji ke janmdivas ki hardik shubhkamnayen.
Poonam
सुन्दर अभिव्यक्ति
सुंदर प्रस्तुति
खूबसूरत!
आशीष
बहुत सुन्दर अहसास...शुभकामनायें.
Very touching.....
बोलते चित्र, सटीक अभिव्यक्ति.
लवली जी, गागर में सागर सा भर दिया है आपने। बधाई स्वीकारें।
................
…ब्लॉग चर्चा में आप सादर आमंत्रित हैं।
बहुत .सुन्दर अभिव्यक्ति
Nihayat sundar!
बहुत प्यारी अभिव्यक्ति!!
बहुत सुन्दर !
wahwa....
সময় চলে যায় সস্মৃতির পাতায় সুধু বেদনা
তাই প্রিয়
দুরে আর্ যেও না
তোমার সুন্দর কবিতা পড়তে সময় লাগে কিন্তু মনে পরে যায় অনেক কিছু
उर्मी जी काफी दिनों बाद आपके ब्लॉग पर आना हुआ...... फिर भी सुन्दर क्षणिका पढ़ने को मिली.....आभार !
बहुत मुश्किल है उनसे दूर रहना,
जुदाई के दर्द को यूँ कब तक सहना?
बहुत मुश्किल है उनसे दूर रहना
- सच में, आत्मीय से दूर रहना बहुत कष्टप्रद होता है |
shaandaar
jaandaar
shaahkaar
sundar panktiyan !---badhaai.
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