हर किसीसे इश्क़ नहीं किया जा सकता,
ये वो रिश्ता है जो आज़माया नहीं जाता,
मिलते है रोज़ कई अजनबियों से,
मगर दिल हर किसीसे मिलाया नहीं जाता !
ये वो रिश्ता है जो आज़माया नहीं जाता,
मिलते है रोज़ कई अजनबियों से,
मगर दिल हर किसीसे मिलाया नहीं जाता !
Posted by Urmi at 10:18 PM
42 comments:
बिल्कुल सही कहा……………बहुत सुन्दर भाव्।
हर एक से इश्क किया नहीं जाता... हम तो कहते हैं कि इश्क एक से भी किया नहीं जाता- बस हो जाता है। और यह तो सच ही है कि हर किसी से इश्क नहीं हो सकता। जहां तक सबसे मिलने की बात है तो हम अपनी जरूरतों से अक्सर हजारों लोगों से अपनी जिंदगी में मिलते हैं, लेकिन वे ऐसे लोग होते हैं जिन्हें हम अपने दिमाग से लेते हैं, इनमें से कोई ही एक होता है जिस पर दिल आ जाए। और जब दिल आता है दिमाग भी उस पर काबू नहीं पाता। बिल्कुल सही बात कही है।
बहुत सुन्दर रचना ... संस्कार यही कहते हैं ....
बहुत सुंदर, शुभकामनाएं.
बहुत खूब....और बहुत ही सुंदर लिखा है आपने...
bahut sunder likha hai
ek line hum bhee jod dete hai
har koie ishq kar bhee nahi sakata ------
Bilkul sahi! Babli! Hameshaki tarah khoobsoorat panktiyan!
मिलते है रोज़ कई अजनबियों से,
मगर दिल हर किसीसे मिलाया नहीं जाता !
ati sunder.......jbki pratham panktiyon mai kuch sudhaar ki gunjaes hai......
आज बहुत दिन बाद ब्लाग जगत मे कदम रखा । असल मे, PTMBA join किया सो वक्त की कमी महसूस होती है ।
वैसे, आपके कविता के बारे मे क्या कहे, चन्द शब्दो मे गहरी बात कहने का हुनर है । अति सुन्दर, बधाई ।
Bahut khoob,Babli!
बहुत सुन्दर भाव...बरकरार रखें...बधाई.
बहुत सही, हमेशा की तरह सुन्दर भावमय प्रस्तुति ।
मक्तक में बहुत ही पते की बात कही है आपने!
बहुत खूब, बहुत खूब।
बहुत सुंदर.....
बहुत सुन्दर भाव व रचना
बहुत खूब ।
sahi baat hain ki har kisi se dil nahi lagaya jaa sakta.
bahut sundar likha aapne.
अच्छी पंक्तियां हैं...बहुत खूब।
sahi baat sateek andaaz!!
बहुत सही!
sambhaw hi nahi.... her din hone lage wo ishq kahan hota hai
Khoobsoorat pankhthiyan...
बहुत उम्दा लगी आप की यह चंद सुंदर लाईने, धन्यवाद
इश्क तो तब होगा जब दिल को कोई भाये ।
दिल अधिकतर ग़लत लोगों से ही आज के युग मैं मिलाया जाता है. अनजाने मैं. क्योंकि ग़लत और सही नहीं आज के युग मैं ज़रुरत पे दिल मिलाया जाता है. ज़रुरत निकल जाने पे. टा टा बाय बाय
बहुत सही बात बहुत सुन्दर ठंग से कही .....!!
बहुत अच्छा लिखा है, हर हाथ मिलाने वाला दोस्त नहीं होता.
dil ko chhoo lene waleee bat likhee hai aapne...ishak ek bhaw hai man ka..iska bazareekaran nahi kiya ja sakta...sundar prstuti ke liye badhai
इश्क शब्द कहने में जितना आसन है उतना निभाने में कठिन भी है ,और जिन्दगी में इश्क किया नहीं जाता यह हो जाता है . इसलिए दिल हर किसी से नहीं मिलाया जाता .
सुंदर भाव ....शुभकामनायें
बहुत सुन्दर
सच को उकेरती शायरी.
बबली जी बिलकुल सही कहा आपने... दिल हर किसी से नहीं मिलाया जाता।
The man looks so much like Hritik Roshan
wah ji wah .. kya baat kah hai ..
kaash sabhi padh payen or samjhen is baat ko..
I do hope people realise this and dont go for yeh nahin to woh sahi attitude ... LOVE is divine
Bikram's Blog
सच है दिल तो उसी से मिलता है जिससे दिल लगता है ... बहुत खूब ....
बहुत सुन्दर रचना
Cool :)
Good, great, fantastic :)
And the best part is ... it is so true :)
Regards,
Dimple
बहुत सुंदर, शुभकामनाएं
aapka ye roop bhi hai ..bahut sunder rachna
बहुत सुन्दर भाव...
बधाई.
Rightly said !!!
The posts are really good !!!
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