Wednesday, November 17, 2010


दिल में तुम्हारी अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !

28 comments:

संजय भास्‍कर said...

बहुत उम्दा लगी आप की यह चंद सुंदर लाईने, धन्यवाद

संजय भास्‍कर said...

यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
.......बहुत खूब, अति सुन्दर, बधाई ।

Abhilash said...

Now thats a classic one. You are a great poet Babli.

vandana gupta said...

बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।

Anonymous said...

यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
अति सुन्दर...............
regard >P.S.Bhakuni

Amit Chandra said...

sunder ehsas. aabhar.

sheetal said...

bahut sundar

दिगम्बर नासवा said...

.
बहुत खूब .. प्रेम की ये कहानी हमेशा याद रहेगी .. लाजवाब शेर ..

S.M.Masoom said...

यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे
bahut khob keha hai

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बहुत खूब ...सुन्दर भावाभिव्यक्ति

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' said...

बबली जी, कैसा संयोग है कि अभी हम सबके श्रद्धेय महावीर शर्मा जी के निधन का समाचार मिला...
और इधर आपके ब्लॉग पर ये पंक्तियां उनके लिए श्रद्धांजलि बन गईं-
दिल में तुम्हारी अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे!

shikha varshney said...

waah ..bahut sundar.

रचना दीक्षित said...

लाजवाब भावाभिव्यक्ति

Anonymous said...

इतनी बेरुख़ी अच्छी नहीं..

मनोज भारती said...

सुंदर अभिव्यक्ति ...

Akanksha Yadav said...

प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !

...वाकई लाजवाब...बधाई.

Dr Xitija Singh said...

वाह !! बहुत खूबसूरत एहसास ...

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" said...

बहुत सुन्दर पंक्तियाँ !

Sunil Kumar said...

सुंदर अभिव्यक्ति .

Kunwar Kusumesh said...

दिल में तुम्हारी अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,

इंतज़ार की लकीर का जवाब नहीं बबली जी

वीरेंद्र सिंह said...

Ek umda sher........

कविता रावत said...

बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।

Sumandebray said...

आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे...
what a beautiful way to put it ... bahut khub!

सदा said...

सुन्‍दर शब्‍द ।

प्रेम सरोवर said...

Aankhon mein intazar ki Lakir chood jayenge---Kripaya aisa na karen.
Kisi ke Dil mein bas kar tadapana nahi achha hota hai.Be positive.Thanks for heart touching post.

विनोद कुमार पांडेय said...

बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति...बधाई

Manav Mehta 'मन' said...

बेहद भावपूर्ण अभिव्यक्ति.........

http://saaransh-ek-ant.blogspot.com

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

तुम्हारे दिल में अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की नमीं छोड़ जायेंगे।
रहना इस दो जहाँ में अकेले विल्कुल,
हम तुम्हारे लिए ख्वाबों की जमीं छोड़ जायेंगे।।
--
सही छंद तो यही है!
वैसे आपने भी बढ़िया लिखा है!