दिल में तुम्हारी अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
28 comments:
बहुत उम्दा लगी आप की यह चंद सुंदर लाईने, धन्यवाद
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
.......बहुत खूब, अति सुन्दर, बधाई ।
Now thats a classic one. You are a great poet Babli.
बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
अति सुन्दर...............
regard >P.S.Bhakuni
sunder ehsas. aabhar.
bahut sundar
.
बहुत खूब .. प्रेम की ये कहानी हमेशा याद रहेगी .. लाजवाब शेर ..
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे
bahut khob keha hai
बहुत खूब ...सुन्दर भावाभिव्यक्ति
बबली जी, कैसा संयोग है कि अभी हम सबके श्रद्धेय महावीर शर्मा जी के निधन का समाचार मिला...
और इधर आपके ब्लॉग पर ये पंक्तियां उनके लिए श्रद्धांजलि बन गईं-
दिल में तुम्हारी अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
यक़ीनन तुम हर पल ढूंढते रहोगे हमें,
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे!
waah ..bahut sundar.
लाजवाब भावाभिव्यक्ति
इतनी बेरुख़ी अच्छी नहीं..
सुंदर अभिव्यक्ति ...
प्यार की मीठी कहानी हम छोड़ जायेंगे !
...वाकई लाजवाब...बधाई.
वाह !! बहुत खूबसूरत एहसास ...
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ !
सुंदर अभिव्यक्ति .
दिल में तुम्हारी अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे,
इंतज़ार की लकीर का जवाब नहीं बबली जी
Ek umda sher........
बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।
आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे...
what a beautiful way to put it ... bahut khub!
सुन्दर शब्द ।
Aankhon mein intazar ki Lakir chood jayenge---Kripaya aisa na karen.
Kisi ke Dil mein bas kar tadapana nahi achha hota hai.Be positive.Thanks for heart touching post.
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति...बधाई
बेहद भावपूर्ण अभिव्यक्ति.........
http://saaransh-ek-ant.blogspot.com
तुम्हारे दिल में अपनी कमी छोड़ जायेंगे,
आँखों में इंतज़ार की नमीं छोड़ जायेंगे।
रहना इस दो जहाँ में अकेले विल्कुल,
हम तुम्हारे लिए ख्वाबों की जमीं छोड़ जायेंगे।।
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सही छंद तो यही है!
वैसे आपने भी बढ़िया लिखा है!
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