मिलने की ख़ुशी है,
पर है बिछड़ने का गम,
आँखों में ख़्वाब है,
पर उदास है मेरा मन,
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम !
पर है बिछड़ने का गम,
आँखों में ख़्वाब है,
पर उदास है मेरा मन,
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम !
Posted by Urmi at 11:31 PM
30 comments:
जहाँ मिलन होता है वहां बिछडना भी ...
सुन्दर सहज सरल पंक्तियाँ !
babli ji, dil khush ho gaya ye sher padh ke!
बहुत ही सुन्दर शेर मन के भावों को उजागर करता हुआ।
milne ki khushi hoti hain jahan pe,
wo pal khushiyon ka hota hain.
lekin hume kya pata un palo me judaai ka saaya bhi hota hain.
man hota hain udaas hamara isliye,
dil ke jazbaaton ko hoton pe laana mushkil hota hain.
bahut sundar.
ek baat puchna chahungi in dino aap hamare yahan aane ka rasta hi bhul gayi, aisa mat kariye doston ke saath.
dekhiye main to brabar aati hun, aati rahungi,doston se kaisi berukhi.
ek baar fir aapki is sahaj sundar rachna likhne ke liye badhai deti hun.
Good one ....
सरल शब्दों में सारी व्यथा कह दी!
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम !
...bahut dino ke baad aapka post aayaa...hamaaraa bhi aapke binaa haal kuchh aisaa hi thaa.
good one babli! rock on !
short, soft, sweet... too good..
bahut sundar.......waah !
Every piece you write is so beautiful.
कैसे कहें हम उनके बिन कितने अधूरे हैं.....
हर पल को जीले तू रे मन
जाने कल आये ना आये ।
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम !
प्यार में तो यह भावना हमेशा बनी रहती है ....बहुत खूब ...शुक्रिया
चलते -चलते पर आपका स्वागत है
bahut khub ....
gam aur kushi ..... is part of the game ...
मिलने की ख़ुशी है,
पर है बिछड़ने का गम,
बहुत सुंदर, शुभकामनाएं.
रामराम.
वाह बबली जी,
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम !
बहुत सुन्दर...बधाई.
बहुत सुन्दर भाव!!
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम ..
sundar panktiyaan !
.
Nice!
Ashish
बहुत खूब!!!!सुन्दर भाव
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ...
मिलने की ख़ुशी है,
पर है बिछड़ने का गम,
आँखों में ख़्वाब है,
पर उदास है मेरा मन,
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम
मैं तो यही कहूँगा ,उर्मी जी:-
अधूरा मिलन होगा पूरा ज़रूर.
अधूरा रहा कब अधूरा हुज़ूर?
बहुत खूबसूरत रचना...बधाई.
Just one word excellent !!!
Nothing less than that !!!
Am getting inspired from ur posts !!!
Happy Blogging and take care !!!
कैसे कहें कैसे हैं हम,
तुम बिन अधूरे हैं हम...
बहुत खूब .....
बहुत खूब लिखा है ... उनके बिना अधूरे हैं हम ....
nice ...
ह्रद्यस्पर्षि पंक्तियां ! कृप्या म्रेरे ब्लोग पर आ कर फ़ोलो करें व मर्ग प्रशस्त करे !
भावों का सम्यक निरूपण ।
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