हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी,
हर हवा ख़ुशबू हमारी लाएगी,
हम प्यार इस तरह निभाएँगे दिलबर,
हम न होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी !
हर हवा ख़ुशबू हमारी लाएगी,
हम प्यार इस तरह निभाएँगे दिलबर,
हम न होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी !
Posted by Urmi at 11:57 PM
31 comments:
बहुत सुन्दर मुक्तक लिखा है आपने!
बहुत ही सुन्दर ।
सुंदर अहसास ! बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ ,
शुभकामनाएं .........
accha likha hain aapne.
bahut hi khoobsurti se likha hai
बहुत सुन्दर लिखा।
बहुत सुंदर एहसास भरे भाव
हम न होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी !
अति सुन्दर ।
babali
ji bahut bahut bdhai ,itni sundar rachna ke liye.
idhar main bhi kaffi dino se net par swasthya thek na hone se nahi aa pa rahi hun . ab thodi-thodi koshish jari hai.
bahut bahut dhanyvaad
poonam
बहुत खूब ...सुन्दर एहसास
बहुत दिनों बाद दिखा शायरी का ये मासूम अंदाज़!!
बहुत अच्छी प्रस्तुति !! धन्यवाद
सुंदर |होली की रंगभरी शुभकामनाएं |
खूबसूरत एहसास
वाह जी बल्ले
kya baat....kya baat...kya baat...
babli ji kamaal karte ho aap...!!
सुन्दर अभिव्यक्ति.
It is a pleasure to read your post after so long.
"हम न होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी!"
बहुत खूब
बहुत सुंदर एहसास
कई दिनों व्यस्त होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका
बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..
होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
वाह ... उनकी यादें तो हमेशा ही सताती हैं ... बहुत खूब ...
हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी,
हर हवा ख़ुशबू हमारी लाएगी....
यहां तक तो बहुत अच्छा है...
इससे आगे...
बस यही दुआ है, आप हमेशा सलामत रहें.
Babli, You were so regular but hardly see you in blogo-sphere these days.
बहुत खूब ...सुंदर पंक्तियाँ !
शुभकामनाएं !
Wah..kya..baat hai!..
love it!
वाह वाह के कहे आपके शब्दों के बारे में जीतन कहे उतन कम ही है | अति सुन्दर
बहुत बहुत धन्यवाद् आपको असी पोस्ट करने के लिए
कभी फुरसत मिले तो मेरे बलों पे आये
दिनेश पारीक
बहुत सुन्दर ।
Hahahhaha.......very nice. It gave me a mixed feeling.....I was happy that I came across your blog and read so wonderful poetry and at the same time, yeh lines padhke ateet yaad aa geya...
Keep blogging!
सुन्दर ... बहुत सुन्दर
बहुत सुंदर लिखा है आपने उर्मी जी पता नहीं आज से पहले आपको क्यों नहीं पढ़ाl बधाई
सादर
अमिता कौंडल
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