Monday, March 14, 2011


हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी,
हर हवा ख़ुशबू हमारी लाएगी,
हम प्यार इस तरह निभाएँगे दिलबर,
हम होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी !

31 comments:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बहुत सुन्दर मुक्तक लिखा है आपने!

सदा said...

बहुत ही सुन्‍दर ।

पी.एस .भाकुनी said...

सुंदर अहसास ! बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ ,
शुभकामनाएं .........

sheetal said...

accha likha hain aapne.

रश्मि प्रभा... said...

bahut hi khoobsurti se likha hai

vandana gupta said...

बहुत सुन्दर लिखा।

केवल राम said...

बहुत सुंदर एहसास भरे भाव

डॉ टी एस दराल said...

हम न होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी !
अति सुन्दर ।

पूनम श्रीवास्तव said...

babali
ji bahut bahut bdhai ,itni sundar rachna ke liye.
idhar main bhi kaffi dino se net par swasthya thek na hone se nahi aa pa rahi hun . ab thodi-thodi koshish jari hai.
bahut bahut dhanyvaad
poonam

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

बहुत खूब ...सुन्दर एहसास

चला बिहारी ब्लॉगर बनने said...

बहुत दिनों बाद दिखा शायरी का ये मासूम अंदाज़!!

राज भाटिय़ा said...

बहुत अच्छी प्रस्तुति !! धन्यवाद

जयकृष्ण राय तुषार said...

सुंदर |होली की रंगभरी शुभकामनाएं |

M VERMA said...

खूबसूरत एहसास

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

वाह जी बल्ले

सुरेन्द्र "मुल्हिद" said...

kya baat....kya baat...kya baat...
babli ji kamaal karte ho aap...!!

Kunwar Kusumesh said...

सुन्दर अभिव्यक्ति.

BK Chowla, said...

It is a pleasure to read your post after so long.

Anonymous said...

"हम न होंगे और हमारी याद तुम्हें सताएगी!"

बहुत खूब

संजय भास्‍कर said...

बहुत सुंदर एहसास

संजय भास्‍कर said...

कई दिनों व्यस्त होने के कारण  ब्लॉग पर नहीं आ सका
बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..

होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं.

दिगम्बर नासवा said...

वाह ... उनकी यादें तो हमेशा ही सताती हैं ... बहुत खूब ...

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' said...

हर आहट एहसास हमारा दिलाएगी,
हर हवा ख़ुशबू हमारी लाएगी....

यहां तक तो बहुत अच्छा है...
इससे आगे...
बस यही दुआ है, आप हमेशा सलामत रहें.

chitra said...

Babli, You were so regular but hardly see you in blogo-sphere these days.

Shabad shabad said...

बहुत खूब ...सुंदर पंक्तियाँ !
शुभकामनाएं !

hamaarethoughts.com said...

Wah..kya..baat hai!..
love it!

Dinesh pareek said...

वाह वाह के कहे आपके शब्दों के बारे में जीतन कहे उतन कम ही है | अति सुन्दर
बहुत बहुत धन्यवाद् आपको असी पोस्ट करने के लिए
कभी फुरसत मिले तो मेरे बलों पे आये
दिनेश पारीक

amrendra "amar" said...

बहुत सुन्‍दर ।

KANG Gurpreet said...

Hahahhaha.......very nice. It gave me a mixed feeling.....I was happy that I came across your blog and read so wonderful poetry and at the same time, yeh lines padhke ateet yaad aa geya...

Keep blogging!

M VERMA said...

सुन्दर ... बहुत सुन्दर

अमिता कौंडल said...

बहुत सुंदर लिखा है आपने उर्मी जी पता नहीं आज से पहले आपको क्यों नहीं पढ़ाl बधाई
सादर
अमिता कौंडल