ख़ामोश रात की पहलु में सितारे न होते,
इन रूखी आँखों में रंगीन नज़ारे न होते,
हम भी न करते परवाह...
अगर आपसे बेपन्हा मोहब्बत न करते !
इन रूखी आँखों में रंगीन नज़ारे न होते,
हम भी न करते परवाह...
अगर आपसे बेपन्हा मोहब्बत न करते !
Posted by Urmi at 11:17 PM
35 comments:
वाह ...बहुत ही खूबसूरत शब्द ...।
bahut sundar pyari si.....baat...
waah...
wah ustad wah... maan gaye aapko aur aapki shaayri ko.. seen after a long time... what happen?
bahut umdaa likha hai aapne...
उफ्फ। बहुत बेहतरीन।
कई दिनों बाद आया, बहुत सी पोस्ट पढी। इन लगाई गई तस्वीरों ने काफी आकर्षित किया।
गजब बहुत दिनों बाद आपकी शायरी पढने का अवसर प्राप्त हुआ
ख़ामोश रात की पहलु में सितारे न होते,
इन रूखी आँखों में रंगीन नज़ारे न होते,
हम भी न करते परवाह...
अगर आपसे बेपन्हा मोहब्बत न करते !
....vah kyaa baat hai....bahut badhiya.
shair ka khayal bahut accha hai par maffi chahta hu last line main sakta hai. means ki jo shair ka flow banana chahiye tha vo nahi bana.
ख़ामोश रात की पहलु में सितारे न होते,
इन रूखी आँखों में रंगीन नज़ारे न होते,
हम भी न करते परवाह...
agar aap hamari mohabat k sahare na hote.
ya fir
agar aap hamare rehbar, pyare na hote.
etc.
बहुत खूब ..
दिल से निकला वाह , बहुत खूब
Bahut dinon baad likha hai,lekin bahut pyara-sa!
Beautiful words. May your love flourish!
awesum !!!
I wish it was longer !!!
beautiful !!!
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति !!
सच है मोहब्बत परवाह करना सिखा देती है....
बहुत दिन से आपकी नई रचना का इंतजार था.....
" bade lambe arse baad behatarin shayari "
badhai
-- http://eksacchai.blogspot.com/2011/03/blog-post_04.html
" kuch acche blog meri najar se "
is post ko padhiyega jaroor
---- eksacchai {AAWAZ }
बहुत बढ़िया!
आते ही कविता का चौका जड़ दिया!
वाह क्या बात है ... वापसी के लिए बधाई !
ारे बबली जी इतने दिन कहाँ रही/ बहुत दिन बाद देखा है। सुन्दर शायरी। बधाई।
मोहब्बत किया तो ज़िन्दगी से प्यार हो गया
बोली में एक मिठास,मन सितार हो गया
बे परवाह जीने का मज़ा किसे नहीं पसंद
एक प्यार हुआ "अरशद" कि गुनाहगार हो गया
ati sundar!
बहुत खूब.
---------
पैरों तले जमीन खिसक जाए!
क्या इससे मर्दानगी कम हो जाती है ?
मुझे खुशी हुई की अब आप फुरसत में हैं |बधाई और जोरदार दमदार वापसी के लिए बधाई और शुभकामनाएं
कई महीने बाद सुन्दर रचना के साथ वापसी पर स्वागत है ।
चार पंक्तियों में ही क्या कुछ कह दिया!
बहुत ही खूबसूरत !
आभार !
Bahut lamba intezaar karvaya.
accha sher likha hain aapne.
बहुत ही सुंदर, शुभकामनाएं.
रामराम.
क्या बात है. कम शब्दों में बहुत कुछ.
बहुत खूब ..
सुंदर प्रस्तुति !
आपने तो आते ही छक्का लगाके शुरुआत की है. बहुत ही उम्दा शेर. लाजवाब. पुनः आगमन पर बधाई.
bahut dino baad aana hua ,aapki khabar nahi mili abhi doosre blog par dekh chali aai .aur pyari rachna ko padhi
प्रिय उर्मि जी
सस्नेह अभिवादन !
अगर आपसे बेपनाह मोहब्बत न करते !
क्या बात है ! … अब फिर से लंबी छुट्टियों पर न जाएं … :)
आपकी याद में पूरे ब्लॉगजगत में वीरानी छा जाती है … :)
होली की अग्रिम शुभकामनाओं सहित
चंद रोज़ पहले आ'कर गए
विश्व महिला दिवस की हार्दिक बधाई !
शुभकामनाएं !!
मंगलकामनाएं !!!
♥मां पत्नी बेटी बहन;देवियां हैं,चरणों पर शीश धरो!♥
- राजेन्द्र स्वर्णकार
bahut umda shyriour usse bhi payari sooch bahut khub
होली के पर्व की अशेष मंगल कामनाएं। ईश्वर से यही कामना है कि यह पर्व आपके मन के अवगुणों को जला कर भस्म कर जाए और आपके जीवन में खुशियों के रंग बिखराए।
आइए इस शुभ अवसर पर वृक्षों को असामयिक मौत से बचाएं तथा अनजाने में होने वाले पाप से लोगों को अवगत कराएं।
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