ज़माने से नहीं, तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं,
मिलने की उमंग है दिल में लेकिन,
मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरते हैं !
प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं,
मिलने की उमंग है दिल में लेकिन,
मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरते हैं !
Posted by Urmi at 7:46 PM
39 comments:
जुदाई का डर तो हर एक को सताता है ... बढ़िया ...
सुंदर...
आपके छोटे-छोटे छंद मनभावन होते हैं सदा ही... मैंने भी दो कोशिश की है... आपके समालोचना का इंतजार है...
खूबसूरत पंक्तियाँ. वाह!
Sach! Milanke baad aanewaalee judai behad tanha kar detee hai.
kya baat hai.....
वाह ...बहुत खूब।
sundar abhivyakti
waha bahut khub...judayi ke ehsas se hi dar lagta hai
ekdam pate ki baat ....
bahut sunder ...Babli ji ...
वाह वाह,लाजवाब .
अकेलेपन का डर नहीं,जुदाई का डर तो हर एक को सताता है!
वाह बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ
beautiful lines....babli ji
बहुत सुंदर
क्या कहने
बहुत अच्छी पंक्तियाँ,अच्छा मुक्तक !
अपने विचारों से अवगत कराएँ !
अच्छा ठीक है -2
ओहो ! ऐसे कब तक डरते रहेंगे !
लेकिन पंक्तियाँ अति सुन्दर हैं ।
बबली जी,आप भी क्या खूबसूरत लिखते हैं.
सुन्दर लेखन से सीधे दिल में ही उतरते हैं.
भले ही आप बहुत बहुत दूर हों
पर हमें तो आप दिल के पास ही लगते हैं.
आपकी अनुपम शायरी के लिए दिल से आभार.
सच का सामना करें!! अच्छी प्रस्तुति!!
ओह ! यही तो एक डर है
वर्ना ....
ख़ूबसूरत शेर
सुन्दर रचना. हार्दिक बधाई स्वीकार करें.
kisi ko khone ka dar hamesha laga hi rahta hai,
jo ek baar sah le is dard ko wo awara kahlata hai....
bahut badhiya ser likha hai mam...
jai hind jai bharat
Behtareen !
sab jaante huye bhee
mohabbat se jeene waale
mohabbat karnaa nahee bhoolte
Congratulations
enjoyed your writings
keep writing,best wishes
सुंदर पंक्तियाँ!
बहुत खूब...
सादर...
डर-डर के जिए तो क्या जिए
प्यार नहीं किया तो क्या जिए
विरह-अग्न न पाई तो क्या पाया
मिलन ऐसा पाओ कि विरह न हो
बहुत सुंदर!!! भावपूर्ण मुक्तक
Wah wah!
judiaa...or judaaiyan ..is kinda of stressful feeling..
you small little poetry has gr8 impact on the word "judaai"like pangs of parting.
yes---Juddai is worst that can happen to anyone.
बहुत अच्छी पंक्तियां, सुंदर भाव।
दिल की सच्चाई कहती सुंदर पंक्तियाँ
very nice lines! Congrats!
बहुत सुंदर रचना बेहतरीन पोस्ट...बधाई....
behad khoobsurat panktiyan.
vaah kya khoob likha hai urmi ji badhai..
saadar,
amita kaundal
बहुत सुन्दर वाह!वाह!
Babli Ji,
Wonderful and meaningful..Your four liners are always packed with so much meaning and feelings!!
what a truth and irony!प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं. A very true picture of love has been drawn in these few lines.
What a truth and irony! प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं. Very beautiful lines. A very true picture of love and its dark side has been drawn in these few lines.
very nice poetry...
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