एक शमा अंधेरे में जलाये रखना,
सुबह होने को है माहौल बनाये रखना,
कौन जाने वो किस गली से गुज़रे,
हर गली को फूलों से सजाये रखना !
सुबह होने को है माहौल बनाये रखना,
कौन जाने वो किस गली से गुज़रे,
हर गली को फूलों से सजाये रखना !
Posted by Urmi at 8:32 PM
8 comments:
sachmuch aap bahut achchha likhti hain.aap ke blog par aakar achchha laga.dilse badhaai.
great Urmi, loving the couplets very much!!
सुबह होने को है माहौल बनाये रखना,
kya baat kahi hai urmi ji
मेरे ब्लोग पर कोमेंट देने के लिये शुक्रिया।
कौन जाने वो किस गली से गुज़रे,
हर गली को फूलों से सजाये रखना !
बडे ही सुंदर अल्फ़ाज़ है आपके...शायद आपकी तरहाँ।
aap ke ghzal to achche hai hi lekin uske saath tasveer ke zariye aapne us ghazal me jaan dal di....
bas aise likhte rahiye
arz hai
tu shaheen hai parwaaz kaam tera
tere aage aasmaan aur bhi hai
ये रात अंधेरी है एक दीप जलाए रखना
मैं आऊंगा मिलने को दरवाजा खुला रखना....ये मेरी तरफ से आपको सप्रेम भेंट, आपने काफी अच्छी साज सज्जा के साथ शायरियों को पेश किया है। तस्वीरें तो जैसे बोल रहीं थी....
Yo Fm aur aapki shayari Intzaar main aapki palke bichayan hain, aapke ane ki der hain..
viagra prescription uk buy viagra now women taking viagra viagra on line women's viagra viagra pills buy viagra australia viagra and cocaine free viagra samples before buying buy viagra online uk generic viagra india viagra shelf life cheap viagra canada viagra prescription uk
Post a Comment