तेरे हर अल्फाज़ में वो कशिश है,
जो मेरे रूह को महका जाता है,
तुझे उम्र भर पाने की ख्वाइश है,
ये मेरा जूनून नहीं बेपनाह मोहब्बत है!
जो मेरे रूह को महका जाता है,
तुझे उम्र भर पाने की ख्वाइश है,
ये मेरा जूनून नहीं बेपनाह मोहब्बत है!
Posted by Urmi at 4:58 PM
2 comments:
wah kash main boy friend bana leti fir ye shayri use bhej deti....
Khwaish mein jo mazaa hain pa lene mein nahin... lovely Urmi..keep going!!
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