दिल ने दिल को पुकारा है,
होठों पर नाम तुम्हारा आया है,
दिल की चाहत ने पुकारा है,
आंखों के सामने चेहरा तुम्हारा आया है,
मुझे मालूम है के तुम ज़रूर आओगे,
बार बार ये ख्याल मन में आया है !
होठों पर नाम तुम्हारा आया है,
दिल की चाहत ने पुकारा है,
आंखों के सामने चेहरा तुम्हारा आया है,
मुझे मालूम है के तुम ज़रूर आओगे,
बार बार ये ख्याल मन में आया है !
25 comments:
बबली जी
आप अपनी खूबसूरत रचना के लिये इतने सटीक चित्र कहा से लाती है. बहुत सुन्दर रचना.
गलती से दो बार पोस्ट हो गया अत: तीसरी बार मुखातिब हू – कृपया उचित समझे तो कमेंट के लिये फुल पेज़ का आप्शन चुने.
Babli tum itni achi chitrakaar ho.....tumhaare chitr kaafi hain dil ko lubhaane ke liye!!!
babli ji very cute! Keep it.
ऐसे ही महकाते रहे !
वो आयेंगे आज चुपके से..
हवाओं ने बतलाया है...
हवाएं झूठ नहीं कहती..,
मन को भी समझाया है
हवाओं के लिए ,खिड़कियों से,
परदों को हटवाया है....
बबली जी आपको पढना किसे अच्छा नहीं लगेगा...मुझे भी लगा..इसमें कौन सी नई बात है..
वाह बबली जी लगता है कलाकारी कूट कूट के भरी हुई है!!!!
आपकी ये रचना भी अच्छी लगी.......
लेकिन आज थोडी कमी-कमी सी लगी. न जाने क्यूँ..
अक्षय-मन
बहुत खूबसूरत भाव. शुभकामनाएं.
रामराम.
Sorry Ma'am,
Wo to is gaane men Aamir ajeeb-ajeeb jumle chhod rahe the...Ek hi achchha she'r tha isliye yaad rah gaya... waise bhi main TV bahut jyada dekhta hun...Bura laga ho to maaf karengi...
Aapke Blog par roz isleyi aata hun kyonki chhote-chote She'r aur Chitrmilkar behtarin parabhav dalte hain hriday pe...
बहुत सुंदर लगी आप की गजल, ओर गजल के साथ यह चित्र,बबली जी, यह नाम मुझे बहुत प्यारा है, क्योकि बचपन मे मुझे भी इसी नाम से पुकारा जाता था,
bahut achhi rachna.....hamesha ki tarah
आप जो भी लिखती है वह प्यार से भरा होता है...
लाजवाब लिखा है.. shabon को khoobsoorti से baandhaa है.........itnaa ही kahoonga..........aameen........... आपका khyaal pooraa हो..........
मुझे मालूम है के तुम ज़रूर आओगे,
बार बार ये ख्याल मन में आया है !......सच में जिसे हम दिल से चाहते हों वो आये या न आये पर उसका रास्ता ताउम्र तकते हैं..हैं की नहीं बबली जी???????????
nice one it was. pyara sa anubhav de gayi. :)
YOU have an amazing blog....shayaris are great and the paintings add lots of character to them....thanks for your support.from now on you are my source of everyday interesting shayaris.
जब ख्याल मज़्बूत होता हे तो भगवान भी मिल जाता हे, मीत किस खेत कि मूली हे/
अच्छी लगती हे आपकी चार पंक्तिया/
चित्र भी लाज्वाब हे/ बधाई //
eita aage ekbar post korechili ki? very beautiful indeed!!
mam,
aap itne kam shabdo me itna jyaada kaise express kar lete hai ji .. i am amazed ...
is sajiv chitran ke liye aapko badhai ..
vijay
pls read my new sufi poem :
http://poemsofvijay.blogspot.com/2009/06/blog-post.html
आह .... आप तो सीधे दिल तक पहुंचती है, बस मर जाने को जी चाहता है आपके शेर सुन के... आपकी तरह शेर भी दिचास्प होते हैं.. बस लिखती रहिये और जान लेती रहिये आह आह
प्यारी रचना के साथ ख़ूबसूरत चित्र वाह बहुत खूब........
विरह अग्नि में जलने पर ऐसा ही अहसास होता है,रह रह कर प्रियतम की याद सताती है...पर करें भी तो क्या ..ये दूरी मिलने कहाँ देती है..!बहुत ही अच्छी रचना...
सुन्दर भावों की अभिव्यक्ति से भरी नज्म ...बधाई.
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बहुत बेहतरीन रचना...
आंखों के सामने चेहरा तुम्हारा आया है,
मुझे मालूम है के तुम ज़रूर आओगे,
कमाल कहा है जी,,,
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