कभी तो वक्त की अहमियत को समझा करो,
अपनी आवाज़ सुनाकर हाले दिल बयान करो,
हम तो कबसे आँखें बिछाए खड़े हैं,
बस रहते हैं हम आप ही के ख्यालों में,
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में !
अपनी आवाज़ सुनाकर हाले दिल बयान करो,
हम तो कबसे आँखें बिछाए खड़े हैं,
बस रहते हैं हम आप ही के ख्यालों में,
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में !
47 comments:
bahut sunder tasweer hai babli ji......
likha bhi achchhaa hai...
shaayad OIL-PAINT hai..?
दिल से निकला कलाम
---
गुलाबी कोंपलें
bahut khuubsurat...i like the way you present your poems with a painting..
आपका शेर बहुत बढ़िया है,
ये भी आपको समर्पित है-
कभी तो वक्त की अहमियत को समझा करो,
दो दिलों के फासलों को और मत पैदा करो,
आप बसते हैं ख्यालों और ख्वाबों में मिरे,
मेरे जज्बातों से ज्यादा छेड़खानी मत करो,
आपकी रचनाए दिल को छू जाती हैं, कुछ सच्चाई सी बयान करती हैं !!
कभी तो वक्त की अहमियत को समझा करो,
अपनी आवाज़ सुनाकर हाले दिल बयान करो
बहुत ही बढ़िया बिंदास रचना बहुत बढ़िया लिखी है . आभार.
महफूज रहें आप, महसूस करने की जरूरत नहीं
तस्वीर से बयां होती है दास्ताँ, आवाज की जरूरत नहीं
बहुत खूब
वक्त की अहमियत को समझाती आपकी रचना बहुत अच्छी लगी. मै तो आपकी उस कला का कायल हो गया हू जिसे पेंटिंग कहते है. बोलती हुई तस्वीरे वाह ---
उर्मी जी,
यह वक्त भी बड़ी कमबख्त चीज है
जब होता है समझ नही आता है
और जब नही होता है तो समझ आता है
इंतज़ार के लम्हें बस कुछ ना पूछिये
आँखें बिछायी, याद किया और रो लिये
दिल की सीधी भावनाओं को व्यक्त करती शायरी।
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
very nice composition urmi...
keep up your great work....
waah khud ko nazaron mein mehsus karon,ahut sunder
Bahut sundar
O keno eto sundari holo
Emni kore Baire elo
Khola chule
Baire elo
Dekhe to Ami
Mugdho hoboi
Ami to Manush
O keno oto sundari holo.
Manna dey's song and one of unforgettable moment in my life.
babli ji main apne blog me ye YO fm kaise kagaaun?
बस रहते हैं हम आप ही की ख्यालों में,
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में !
बहुत बढ़िया लिखी है रचना !!!!!!!!!
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में
लाजवाब चित्र के साथ ........खूबसूरत नज़्म......... बहूत खूब
apni awaaz ko.....kya bat hai maza agya
God bless u
aleem azmi
अति सुन्दर रचना ...
प्रतीक्षा रहती ही आपके पोस्ट किअच्छी रचना के सात मनोहर पिक्स भी देखने को मिलते हैं...
bahu sundar guldaste par aaaj hamari nazar padi hai...
aap hamesha yun hi likhtin rahein aur guldaste ki tarah mahakti rahen... way of presentation with images is beautiful
Bahut shaandar.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
बस रहते हैं हम आप ही की ख्यालों में,
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में !
आखँ और मन का खुबसुरत एहसास
babaleeji bahut din baad ane ke liye maafi chahati hoon achhi rachana hai aabhaar
कुछ दिनों से आपकी रचनाएँ एक ही तरह की लगने लगी है...कृपया कुछ अलग टाइप में लिखिए न....हमें अच्छा लगेगा...
kabhi kud ko mahsus karo hamari najaro se ........bahut hi khub .....yah bahut hi bada kambakhat chij hai .......sundar
आप बाहर रहकर भी हिंदी ब्लोगिंग से जुडी हैं और इतनी अच्छी रचनाएँ लिखती हैं , यह देखकर आश्चर्य मिश्रित प्रसंता हुई. इतने सारे ब्लोग्स का अनुसरण करने के लिए तो बहुत जुनून चाहिए.
मेरा ब्लॉग से जुड़ने के लिए धन्यवाद.
Hello,
Nicely written thought and quite emotional...
बस रहते हैं हम आप ही की ख्यालों में ==
in this line it should be "ke" instead of "ki"
What do you say? Don't mind please!
Regards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com
बहुत सही!!
Another marvelous work of art! You really are a talented artist! :)
बहुत सही कहा आपने.
रामराम.
pehla pehla aagman hai,
paya khubsoorat aalam hai
Will visit again.
bahut hi sunder.....har ek ek shaayri lajwab hoti hai...
Kis shayri ki tarif karen all are good....keep it up....
यही बात बहुत अच्छी लगती है तुममे! दिल से लिखती हो, लाजवाब लिखती हो! चित्र भी दिल से बनाती हो, इसलिए उनमे जान आ जाती है!
Babliji
Another ati sundar shayari with gehri matlab. Really enjoyed it.The sketch/painting of the girls is superb.Tell me do you also paint?
Regards
Ram
I like the way you present your painting and your thought.
I wanted to tell you that you have a very beautiful blog site. I can not read what your have written,but I am sure it is as lovely as your imagery. Thank you for visiting my site as well.
Sandy
बहुत ही उत्कृष्ट रचना. बधाई.
गुलमोहर का फूल
nice.......nice..........nice.....
बस रहते हैं हम आप ही के ख्यालों में,
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में !
Bablee ji,
apakee panktiuon men har bar ek nayee tajagee ka ahasas hota hai.....yadi blog par ek hindi riter box laga len to tippaniyan hindi men hii dena asan rahega.shubhakamnayen.
Poonam
बस रहते हैं हम आप ही के ख्यालों में,
कभी ख़ुद को महसूस करो हमारी नज़रों में !
Babli ji,
apkee panktiyon ko padha kar ...apke andar kee kaviyatree kee pooree jhalak milatee hai.bahut sundar bhav...
Hemant Kumar
कभी तो वक्त की अहमियत को समझा करो,
अपनी आवाज़ सुनाकर हाले दिल बयान करो,
शानदार और लाजवाब पंक्तिया, फिर भी जवाब देने की हिमाकत कि अपने हाल हमारे ब्लाग पर बयां होइते ही रहते हैं.
बधाई.
Arrey wah bahut khoob Shayari karti hain aap toh. Apka poora blog padhna hoga. Mere blog mien visit karene ke liye bahut dhanyawaad.
I though let me try a little with Hindi. We'll keep in touch
Kabhi khud ko mehsus karo hanari najron se...dil men utarati panktiyan..behatrin prastuti !!
मेरे ब्लॉग शब्द सृजन की ओर पर पर पढें-"तिरंगे की 62वीं वर्षगांठ ...विजयी विश्व तिरंगा प्यारा"
झांक लेते तुम जो इन भीगे द्रगों में
जान जाते पीर मन की,प्यार मन का।
तो अमित विश्वास के साये महकते,
प्यार की निश्वास के पन्छी चहकते।
बहुत अच्छा लगा.
एक हंसमुख और दिलचस्प लडकी के शे’रों में इतना दर्द क्यों ?वैसे दर्द के गीत स्थाई होते हैं.अपनी मेल देखें.
हरिशंकर राढी
I can't read but one thing I know, the art is wonderful, congratulations!
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