Sunday, August 16, 2009


वतन
हमारा, मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,

मेरी खुशनसीबी, मिली ज़िन्दगी इस चमन में,
भुला सके कोई इसकी खुशबू सातों जनम में,
आन देश की, शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तिन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !

29 comments:

ओम आर्य said...

bahut hi khubsoorat bhaw padhakar achchha laga ........atisundar rachana

pradipwritenow said...

a wonderful post on the indepedance day.
You posted this at 4.00A.M. You get up so early? unusual for the current generation.

M VERMA said...

भावो की सघनता अच्छी लगी. आपसी मुहब्बत और देश की शान ---- बहुत खूब

mehek said...

तिन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है
bahut sahi aur sunder,ye ten rang hihamari pehchan hai.waah

डॉ टी एस दराल said...

बहुत अच्छा लिखा वतन के लिए. स्वतंत्रता की वर्षगांठ मुबारक हो.

Chandan Kumar Jha said...

बहुत ही पावन रचना....स्वतंत्रता दिवस पर बहुत ही सुन्दर उपहार दिया है आपने. बहुत सुन्दर.

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

बबली जी।
सात समन्दर पार दूर देश में रह कर भी
अपना वतन तो याद आता ही है।
आपके भव-भीने शेर की तारीफ में मेरे शब्द
कम पड़ गये हैं।
बधाई।

ताऊ रामपुरिया said...

बेहद सुंदरतम रचना. शुभकामनाएं.

रामराम.

रचना गौड़ ’भारती’ said...

आज़ादी की 62वीं सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। इस सुअवसर पर मेरे ब्लोग की प्रथम वर्षगांठ है। आप लोगों के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष मिले सहयोग एवं प्रोत्साहन के लिए मैं आपकी आभारी हूं। प्रथम वर्षगांठ पर मेरे ब्लोग पर पधार मुझे कृतार्थ करें। शुभ कामनाओं के साथ-
रचना गौड़ ‘भारती’

shyam gupta said...

nav-nav takaneek sajaaye kar,
chal padaa hai ab nav-raahon men.

-----meraa bhaarat mahaan.

Mithilesh dubey said...

लाजवाब रचना। देश के लिए इस जज्बे को सलाम।

दिगम्बर नासवा said...

सच much tiranga अपनी pahchaan है........... हर bhaarat vaasi की पहचान........... लाजवाब लिखा है आपने

अलीम आज़मी said...

kya bat hai ji aapto harfanmaula hai bahut khoob

रंजन said...

बहुत सुन्दर..

Mishra Pankaj said...

बेहद सुंदर रचना. शुभकामनाएं.

BK Chowla, said...

You right very well..short and sweet

Saiyed Faiz Hasnain said...

वतन हमारा, मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,

Jai Hind .....!!!!!!!!

sujata sengupta said...

Very beautiful lines for a great day!! Happy Independence Day Urmi.Very true, yehi humari pehchaan hai!!

Anil Sawan said...

jai hind!
nice one babli

जीवन सफ़र said...

तीन रंगों में रंगी बहुत सुन्दर रचना,शुभकामनाएं।

Sumandebray said...

great composition ....
particularly "ye ten rang hihamari pehchan hai"

Jai Hind

Unknown said...

jab koi shabd ati se aage nikal jaye to....kuch kahna chhota lagta hai....aisa hi aapki in pantiyo ke sath hai.....Todta hai deewar nafrat ki....kya baat hai DOSt anyways DOst pata hai jab bhi kuch likhta hu to hamesha aapke comments ki pratiksha hoti hai...achha lagta hai...jab aap tarif karte ho ...I M happy aapne meri pichhli post ko saraha...

Jai Ho mangalmy HO

मस्तानों का महक़मा said...

देश के लिए बहुत सुंदर भाव है आप में.

इस पर में अपनी प्रतिक्रिया जल्दी दूंगा...
कुछ लिखा है मैंने आज़ादी पर, पोस्ट करुंगा तो पड़ना ज़रूर।

कुछ कुछ सोच और आगे बढ़ी है इन तीन रंगों से देश को लिखने की कोशिश से.
Thanx :-)

jamos jhalla said...

p.m. ka kahnaa hai ki apne chaman ki khoosbhoo ko churaane ko paakistaan ke aatankvaadi ghuspainth ki tyaaree me hai.isiliye tyaar ho jaao
hoshiyaar ho jaao
ho sake to samajhdaar ho jaao

विनोद कुमार पांडेय said...

aan,baan aur shan hai tiranga..
bahut badhiya..

BrijmohanShrivastava said...

बहुत अच्छी रचना लिखी है

Kavita Saharia said...

Aur is tirange ke chatrachaya mein hum sab ek dusre se bandhe huye hain.......BABLI....very beautiful thoughts,congrats.

kshama said...

http://kshama-bikharesitare.blogspot.com/

बबली जी ,
किसी अन्य blog से आपका लिंक लेके आयी हूँ ..बेहद अच्छा लगा यहाँ आना ..और आपके रचना sansaar से रु -ब -रु होना ...

प्यार से
क्षमा

satish kundan said...

jai hind....babli jee.. bahut badhiya