पल पल तरसते थे उस पल के लिए,
वो पल आया भी तो एक पल के लिए,
सोचा था उसे ज़िन्दगी का हसीन पल बना देंगे,
वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !
वो पल आया भी तो एक पल के लिए,
सोचा था उसे ज़िन्दगी का हसीन पल बना देंगे,
वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !
Posted by Urmi at 5:10 PM
41 comments:
bahut khub...picture aur b khuuuub
वाह! वाह!!
कब के बिछड़े हुए, हम आज कहां आके मिले,
जैसे सावन कभी बदली से आ मिले...
उर्मी जी!
बेहद हसीन कता पेश किया है आपने।
सुन्दर अभिव्यक्ति!
बधाई!
इस छोटे से पल में न जाने कितने पल समा गये । बहुत सुन्दर बबली जी ।
Babli,AAp bahut sunder likhten hai.All the best
वाह बहुत गहरी सूफ़ीयाना बात कही आपने इस रचना में, शुभकामनाएं.
रामराम.
बहुत खुब। हमेशा की तरह इस बार भी आपने बहुत कुछ कह दिया छोटें से पक्तिं में।लाजवाब ......
ek pal hai jo khatam nahi hota
ek pal hai jo thehra hi nahi...
पल पल तरसते थे उस पल के लिए,
वो पल आया भी तो एक पल के लिए,
सोचा था उसे ज़िन्दगी का हसीन पल बना देंगे,
वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !
वाह!
लाजवाब रचना!!!
बधाई!
इन पलों की दास्तां भी अजीब है बहुत सुन्दर बधाई
Kaunsa pal ruka kiseeke liye?
Beete lamhen kab laute?
good things dont last long!! very beautiful!!
waah lajawab,ek pal mein hi saari zindagi samet li,sunder
palon ki dastan
palon mein simat gayi
pal hi ban gaye jeevan
aur zindagi palon mein
simat gayi
bahut khoob likha hai babli ji............badhayi
अब तक मेरे द्वारा पठित आपकी रचनाओं में यह रचना मुझे सर्वाधिक उत्कृष्ट लगी. अनेकानेक बधाइयाँ
bahut khub .........sundar abhiwyakti
वाह, बहुत नर्म गर्म अहसास.
dazzling words..
उर्मी जी,
आपकी अच्छी रचना पढते हुये मुझे सुश्री श्रेया घोषाल जी का गाया हुआ गीत भी याद आया :-
पल, पल, पल, पल हर पल, हर पल
कैसे कटेगा पल, हर पल, हर पल
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
ek sachhai....
one of your best from the one I started reading your blog!!
bahut khoob....
(bahut khoob bolne mein bahut maza aata hai:))
हमेशा की तरह गागर में सागर।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
Babli ji,
samaya kii ek behad haseen abhivyakti.badhai.
HemantKumar
पल पल तरसते थे उस पल के लिए,
वो पल आया भी तो एक पल के लिए.....
सुन्दर अभिव्यक्ति!
बधाई.....
वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !
लेकिन वो पल बन गया उमर भर की याद...
बहुत ही सुंदर लिखा आप ने हमेशा की तरह कम शव्दो मे बहुत बडी बात..
धन्यवाद
AATE HUVE PAL KE BHAVISHY MEIN JAATA HUVA PAL RAHTA HAI .... US PAL KO JEE LENAA HI JINDAGI BAN JAATA HAI ... BAHOOT KHOOBSOORAT EHSAAS HAI IS NAZM MEIN ......
वाह अति सुन्दर
बहुत गहरे, वाह!!
उस पल का होना भी सत्य है और न होना भी ।
बेहतरीन भावानुव्यक्ति । आभार ।
Hello,
Seriously, good time comes in small packages!!
Very well said. Nice!
Regards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com
bahut acha laga tumhara ye ek pal padkar.
pal to bas ek pal ke liye hi rukte hain...... aur usi ik pal mein poori zinadgi jeeni hoti hai.....
bahut shaandaar...
Bahut khub...lajwab prastuti.
"शब्द सृजन की ओर" पर क्रमवार देखें- "हिंदी का सफरनामा"
'गंदा बच्चा' पर आने के लिए शुक्रिया...बबली जी, आपने कहा कि मैं अपनी बीवी को ब्लागिंग सिखा दूँ...दरअसल, 'बीवी बड़ी या ब्लॉग' में राजीव जी का जिक्र है...मेरी तो अभी तक शादी भी नहीं हुई...आप शायरी का अच्छा संग्रह रख रही हैं...बधाई...चलते-चलते शायरी की एक कोशिश...
मर भी जाएँ अगर तो होगा न कोई रोने वाला,
किसी ने पाया ही नहीं हमें. फिर कैसे होगा कोई खोने वाला...
एक पल के लिए" यही तो वह पल है जो संजो लेने के लिये है.
Wow...very nice!
pal pal ka satya bhi yahi hota he..pal me aanaa, pal me jaanaa.
achha likha he
bahut hi acchi shayari ke liye aapko dhanyawad
----- eksacchai {AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
http://hindimasti4u.blogspot.com
adaa ji.....
aapji di ais chhoti jihi par asardaar nazm padh ke ajeeb jehi khushi haasil hoee....
ik navaaN anubhav rihaa mere laee
panesar
bablee
really thi is a marvlous poetry
we hope that u willmaintainthis haight in next posts
Babli Ji. Aaj pehli baar aapke blog par aya socha tha ek pal ke liye rukuga par aapki yeh rachna pad kar meta yeh pal ek yaadgaari pal ban gya shukreeya
Post a Comment