Thursday, September 10, 2009


पल पल तरसते थे उस पल के लिए,
वो पल आया भी तो एक पल के लिए,
सोचा था उसे ज़िन्दगी का हसीन पल बना देंगे,
वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !

41 comments:

Dr. Amarjeet Kaunke said...

bahut khub...picture aur b khuuuub

Basanta said...

वाह! वाह!!

Khushdeep Sehgal said...

कब के बिछड़े हुए, हम आज कहां आके मिले,
जैसे सावन कभी बदली से आ मिले...

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

उर्मी जी!
बेहद हसीन कता पेश किया है आपने।
सुन्दर अभिव्यक्ति!
बधाई!

Chandan Kumar Jha said...

इस छोटे से पल में न जाने कितने पल समा गये । बहुत सुन्दर बबली जी ।

BK Chowla, said...

Babli,AAp bahut sunder likhten hai.All the best

ताऊ रामपुरिया said...

वाह बहुत गहरी सूफ़ीयाना बात कही आपने इस रचना में, शुभकामनाएं.

रामराम.

Mithilesh dubey said...

बहुत खुब। हमेशा की तरह इस बार भी आपने बहुत कुछ कह दिया छोटें से पक्तिं में।लाजवाब ......

Anonymous said...

ek pal hai jo khatam nahi hota
ek pal hai jo thehra hi nahi...

विनोद कुमार पांडेय said...

पल पल तरसते थे उस पल के लिए,
वो पल आया भी तो एक पल के लिए,
सोचा था उसे ज़िन्दगी का हसीन पल बना देंगे,
वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !


वाह!
लाजवाब रचना!!!
बधाई!

निर्मला कपिला said...

इन पलों की दास्तां भी अजीब है बहुत सुन्दर बधाई

shama said...

Kaunsa pal ruka kiseeke liye?

Beete lamhen kab laute?

sujata sengupta said...

good things dont last long!! very beautiful!!

mehek said...

waah lajawab,ek pal mein hi saari zindagi samet li,sunder

vandana gupta said...

palon ki dastan
palon mein simat gayi
pal hi ban gaye jeevan
aur zindagi palon mein
simat gayi

bahut khoob likha hai babli ji............badhayi

Dr.Aditya Kumar said...

अब तक मेरे द्वारा पठित आपकी रचनाओं में यह रचना मुझे सर्वाधिक उत्कृष्ट लगी. अनेकानेक बधाइयाँ

ओम आर्य said...

bahut khub .........sundar abhiwyakti

डॉ टी एस दराल said...

वाह, बहुत नर्म गर्म अहसास.

Vinay said...

dazzling words..

मुकेश कुमार तिवारी said...

उर्मी जी,

आपकी अच्छी रचना पढते हुये मुझे सुश्री श्रेया घोषाल जी का गाया हुआ गीत भी याद आया :-

पल, पल, पल, पल हर पल, हर पल
कैसे कटेगा पल, हर पल, हर पल

सादर,

मुकेश कुमार तिवारी

Anonymous said...

ek sachhai....
one of your best from the one I started reading your blog!!
bahut khoob....
(bahut khoob bolne mein bahut maza aata hai:))

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

हमेशा की तरह गागर में सागर।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }

डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar said...

Babli ji,
samaya kii ek behad haseen abhivyakti.badhai.
HemantKumar

mark rai said...

पल पल तरसते थे उस पल के लिए,
वो पल आया भी तो एक पल के लिए.....
सुन्दर अभिव्यक्ति!
बधाई.....

राज भाटिय़ा said...

वो पल रुका भी तो बस एक पल के लिए !
लेकिन वो पल बन गया उमर भर की याद...
बहुत ही सुंदर लिखा आप ने हमेशा की तरह कम शव्दो मे बहुत बडी बात..

धन्यवाद

दिगम्बर नासवा said...

AATE HUVE PAL KE BHAVISHY MEIN JAATA HUVA PAL RAHTA HAI .... US PAL KO JEE LENAA HI JINDAGI BAN JAATA HAI ... BAHOOT KHOOBSOORAT EHSAAS HAI IS NAZM MEIN ......

vikram7 said...

वाह अति सुन्दर

Udan Tashtari said...

बहुत गहरे, वाह!!

हेमन्त कुमार said...

उस पल का होना भी सत्य है और न होना भी ।
बेहतरीन भावानुव्यक्ति । आभार ।

Dimple said...

Hello,

Seriously, good time comes in small packages!!

Very well said. Nice!

Regards,
Dimple
http://poemshub.blogspot.com

मस्तानों का महक़मा said...

bahut acha laga tumhara ye ek pal padkar.

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

pal to bas ek pal ke liye hi rukte hain...... aur usi ik pal mein poori zinadgi jeeni hoti hai.....


bahut shaandaar...

KK Yadav said...

Bahut khub...lajwab prastuti.

"शब्द सृजन की ओर" पर क्रमवार देखें- "हिंदी का सफरनामा"

Dileepraaj Nagpal said...

'गंदा बच्चा' पर आने के लिए शुक्रिया...बबली जी, आपने कहा कि मैं अपनी बीवी को ब्लागिंग सिखा दूँ...दरअसल, 'बीवी बड़ी या ब्लॉग' में राजीव जी का जिक्र है...मेरी तो अभी तक शादी भी नहीं हुई...आप शायरी का अच्छा संग्रह रख रही हैं...बधाई...चलते-चलते शायरी की एक कोशिश...

मर भी जाएँ अगर तो होगा न कोई रोने वाला,
किसी ने पाया ही नहीं हमें. फिर कैसे होगा कोई खोने वाला...

M VERMA said...

एक पल के लिए" यही तो वह पल है जो संजो लेने के लिये है.

Sujata said...

Wow...very nice!

अमिताभ श्रीवास्तव said...

pal pal ka satya bhi yahi hota he..pal me aanaa, pal me jaanaa.
achha likha he

SACCHAI said...

bahut hi acchi shayari ke liye aapko dhanyawad

----- eksacchai {AAWAZ }

http://eksacchai.blogspot.com

http://hindimasti4u.blogspot.com

gs panesar said...

adaa ji.....
aapji di ais chhoti jihi par asardaar nazm padh ke ajeeb jehi khushi haasil hoee....
ik navaaN anubhav rihaa mere laee

panesar

गर्दूं-गाफिल said...

bablee
really thi is a marvlous poetry

we hope that u willmaintainthis haight in next posts

جسوندر سنگھ JASWINDER SINGH said...

Babli Ji. Aaj pehli baar aapke blog par aya socha tha ek pal ke liye rukuga par aapki yeh rachna pad kar meta yeh pal ek yaadgaari pal ban gya shukreeya