मीठी मीठी यादों को पलकों में सजा लेना,
साथ गुज़रे हसीन पलों को दिल में बसा लेना,
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरी मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना !
साथ गुज़रे हसीन पलों को दिल में बसा लेना,
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरी मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना !
35 comments:
Behad sundar rachana!
वाह !! जवाब नहीं .......
मीठी मीठी यादों को पलकों में सजा लेना,
साथ गुज़रे हसीन पलों को दिल में बसा लेना,
खूबसूरती से कही बात
खूबसूरती से चित्रित चित्र
सुन्दर
बहुत बढ़िया. सुन्दर.
बस एक बार गले लगा लो हमदम ,
फ़िर चाहे जी भर के रुला लेना ॥
मेरा कत्ल कर डालो हक है तुम्हें , दुनिया पूछे तो खुद्कुशी बता देना।
हमेशा की तरह आपकी पंक्तियों से जोड दी हैं ....शुभकामनाएं
अजय कुमार झा
क्या बात है जी
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरे मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना...
ये हुई सकारात्मक शायरी...
वाह वाह वाह.....
मीठी मीठी यादों को पलकों में सजा लेना,
साथ गुज़रे हसीन पलों को दिल में बसा लेना,
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरे मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना !
वाह !!
good one. congrats .
बहुत बढ़िया!
--
हिन्दी में विशिष्ट लेखन का आपका योगदान सराहनीय है. आपको साधुवाद!!
लेखन के साथ साथ प्रतिभा प्रोत्साहन हेतु टिप्पणी करना आपका कर्तव्य है एवं भाषा के प्रचार प्रसार हेतु अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें. यह एक निवेदन मात्र है.
अनेक शुभकामनाएँ.
वाह! वाह!! वाह!!!
बहुत अच्छी प्रस्तुति। सादर अभिवादन।
बहुत सुंदर
रामराम.
वाह वाह्………।बहुत सुन्दर भाव्।
Appreciate your poems.
बहुत खूबसूरत....
मीठी मीठी यादों को पलकों में सजा लेना,
साथ गुज़रे हसीन पलों को दिल में बसा लेना,
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो...वाह !!
साथ बिताये कुछ पलों के सहारे ही जिंदगी गुजर लेना ही सच्चा प्यार है...बहुत अच्छी प्रस्तुति। सादर अभिवादन।
You are not only a good writer but also a good painter. Your selection of photos are superup.
khoobsurat lajabaab
वाह ...... बहुत ही दिलकश ...
परफेक्ट उर्मी जी ।
सुन्दर लगी ये रचना ।
सपनो की अपनी अलग कहानी है जो यादों मे रहती है ...
सुन्दर
वाह,बहुत खूब.
भाव विभोर कर दिया आपकी रचना ने बबली जी...वाह.
नीरज
gahre ehsaason ko bade khoobsurat andaaz me likha hai
Ramnavmiki anek shubhkamnayen!
behad sundar avam lajawaab rachna aapki ....badhai
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरे मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना
bahut hi badhiya sher,khoobsurat.
" sunder ..behad sunder "
---eksacchai { aawaz }
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरे मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना...
वाह! वाह!! वाह!!!बहुत सुन्दर.
मीठी मीठी यादों को पलकों में सजा लेना,
साथ गुज़रे हसीन पलों को दिल में बसा लेना,
न जाने कब कहाँ फिर तुमसे मुलाकात हो,
प्यार भरे मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना !
sundar khyal
प्यार भरे मुस्कुराहट से सपनों में बुला लेना !
........मगर प्यार भरे के बजाय प्यार भरी कर दो तो कित्ता अच्छा लगेगा.....है ना....अब देखो
प्यार भरी मुस्कराहट से सपनों में बुला लेना.....
कोई कुछ भी करे तुमको,कुछ मत सोचना
तुम बस उनको कोई अच्छा सा सिला देना...!!
सिर्फ शक्लें है कई बाकि तो सबमें एक ही है
कोई भेद भाव करे तो उनको ये बता देना....!
माफ करना नेट सही न होने के लिए देर से आया हूँ!
आपने बहुत खूबसूरत मुक्तक लिखा है!
क्या खूब पिरोया है ज़ज्बातो को आपने
कभी अजनबी सी, कभी जानी पहचानी सी, जिंदगी रोज मिलती है क़तरा-क़तरा…
http://qatraqatra.yatishjain.com/
वाह ! वाह ! क्या बात है. मजा आ गया...बहुत अच्छा...बहुत सुन्दर लिखा है...बधाई.
www.http://deendayalsharma.blogspot.com
www.http://kavitakosh.org
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