Friday, March 26, 2010

चाँद अधूरा है सितारों के बिना,
गुलशन अधूरा है बहारों के बिना,
समंदर अधूरा है किनारों के बिना,
जीवन अधूरा है तेरे प्यार के बिना !

39 comments:

Vinay said...

सीधे दिल के पार...

:)

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

आपके अब तक के लिखे गये मुक्तकों में
यह सबसे बढ़िया है!
बधाई!

डॉ टी एस दराल said...

बहुत सुन्दर लिखा है , उर्मी जी।
आखरी पंक्ति में जिंदगी की जगह जीवन ज्यादा ठीक रहेगा ।

Shubham Jain said...

bahut badhiya...

रचना दीक्षित said...

चाँद अधूरा है सितारों के बिना,
गुलशन अधूरा है बहारों के बिना,
समंदर अधूरा है किनारों के बिना,
जीवन अधूरा है तेरे प्यार के बिना !

बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति

सुरेन्द्र "मुल्हिद" said...

ahhaa aahhaa....

mazaa aa gaya babli ji...

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

सुन्दर!

M VERMA said...

प्यार नियामत है
सुन्दर रचना

डॉ. मनोज मिश्र said...

जीवन अधूरा है तेरे प्यार के बिना...
सही बात.

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

वाह....बहुत खूब .... सुन्दर एहसास

Chandan Kumar Jha said...

क्या बात है बबली जी, बहुत ही बेहतरीन रचना । आभार

kshama said...

Saral aur sundar!

शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' said...

चाँद अधूरा है सितारों के बिना,
गुलशन अधूरा है बहारों के बिना,
समंदर अधूरा है किनारों के बिना,
जीवन अधूरा है तेरे प्यार के बिना...

आपके हर नये मुक्तक में शायरी के एतबार से निखार आता जा रहा है....बधाई.

Udan Tashtari said...

बढ़िया है.

संजय भास्‍कर said...

जीवन अधूरा है तेरे प्यार के बिना...
सही बात.

कडुवासच said...

...बहुत खूब,प्रसंशनीय!!!

शोभना चौरे said...

sundar abhivykti

BrijmohanShrivastava said...

उत्तम रचना |वास्तविकता |अंतिम लाइन में "तेरे "शब्द कम किया जा सकता था

Saiyed Faiz Hasnain said...

Mai Adhoora Hoon Uske Bina ........

अजय कुमार said...

जीवन में भरपूर प्यार की जरूरत होती ही है

रश्मि प्रभा... said...

waah.........dil ke aar-paar hai yah bhawna

दीनदयाल शर्मा said...

लास्ट लाइन में लिखना चाहिए था कि.....जीवन अधूरा है तुम्हारे बिना..
www.http://deendayalsharma.blogspot.com
www.http://kavitakosh.org

योगेन्द्र मौदगिल said...

kya baat hai....wah..

IMAGE PHOTOGRAPHY said...

सुन्दर शायरी..।

दिगम्बर नासवा said...

लाजवाब है इस अधूरेपन की दास्तान .........

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

सीधी बात. असरदार शायरी है.
--
नया ब्लॉग जन हित में > राष्ट्र जागरण धर्म हमारा > लम्हों ने खता की और सदियों ने सजा पाई http://myblogistan.wordpress.com/

विनोद कुमार पांडेय said...

सुंदर अभिव्यक्ति...जीवन में प्यार ना हो तो जीवन अधूरा है....बढ़िया शेर..बधाई

Sumandebray said...

bahut khub!
Bahut badiya!



How about laher o k bina!!

BK Chowla, said...

Every ine has a meaning. Excellent

मनोज भारती said...

सुंदर मन से निकली सुंदर पंक्तियाँ
सुंदर जीवन से बही काव्य बयार
सुंदर ... अति सुंदर !!!

सम्वेदना के स्वर said...

ईश्वर आपके जीवन को प्यार से परिपूर्ण रखे...मासूमियत है आपकी रचना में...

anil gupta said...

बहुत ही लाजवाब रचना है

arvind said...

चाँद अधूरा है सितारों के बिना,
गुलशन अधूरा है बहारों के बिना,
समंदर अधूरा है किनारों के बिना,
जीवन अधूरा है तेरे प्यार के बिना !
......बहुत सुन्दर उर्मी जी।

Akhilesh pal blog said...

bahoot khoob

समयचक्र said...

जब भी आपके ब्लॉग पर आता हूँ ..बेहतरीन चीज पढ़ने मिलती है ...नाइस

समयचक्र said...

बहुत सुन्दर...

अलीम आज़मी said...

bahut sunder rachna ji

Shekhar Kumawat said...

achi post lagi

pad kar man ko shanti mili

http://kavyawani.blogspot.com/

SHEKHAR KUMAWAT

Prithwish....... said...

awesome one....:)