लम्हे ये सुहाने साथ हो न हो,
कल में आज जैसी कोई बात हो न हो,
आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा,
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !
कल में आज जैसी कोई बात हो न हो,
आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा,
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !
Posted by Urmi at 9:16 AM
43 comments:
आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा,
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !
मुलाकात प्यार का पैमाना तो नहीं है.
बहुत सुन्दर
प्रेम की एक बेहतरीन अभिव्यक्ति..लाज़वाब भाव...बधाई बबली जी
waah ye kahi dil ko choo jaane waali baat...bahut khoob
शानदार मुक्तक,इसी से मिलता मुक्तक है
खुशी के बाद खुशी की तरफ नही देखा,
तुम्हारे बाद किसी की तरफ नही देखा।
मै जानता था तेरा इंतजार लाजिम है,
तमाम उम्र घड़ी की तरफ नही देखा।
सुन्दर मुक्तक है!
बधाई!
उम्दा रचना के लिए बधाइयाँ बबली जी !!
बहुत बढ़िया! वाह!
waah aur madhup saahab ki tippanni sone pe suhaga...
Hi..
WAH KYA BAAT HAI..
YAHI PREM HAI..
DEEPAK..
उम्दा रचना के लिए बधाइयाँ
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !
.... बहुत सुन्दर भाव .... प्रसंशनीय!!!
manohari panktiya...46.5 digri din ke tapman tatha rat ki garm hwa ke thapedo ke bich shitalta ka ehsas.
Very Beautiful Words !!Your words are always touching !!Great Post !!Congratulations.
" behatarin .."
----- eksacchai{ AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
यह है सत्यवान सावित्री प्रेम ! बहुत बढियां !
waah! kya baat hai ! behatreen!
बहुत सुन्दर ज़ज्बात पिरोये हैं ।
उत्तम ।
प्रेम से बढकर इस दुनिया में कोई भी प्यारा नहीं.
इस प्रेममयी रचना के लिए शुभकामनाएं...
प्रेम की खूबसूरत अभिव्यक्ति...बधाई.
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'शब्द-शिखर' पर ब्लागिंग का 'जलजला'..जरा सोचिये !!
wah! kya baat hain.
आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा,
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !
अच्छी रचना बहुत सुन्दर भावों को सुन्दर शब्दों में सहेजा है आपने.....!
"चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो!"
क्या बात है - अति प्रशंसनीय भाव - बधाई
दिल्ली के ब्लागर इंटरनेशनल मिलन समारोह में भाग लेने के लिए पहुंचने वाले सभी ब्लागर साथियों को कुमार जलजला का नमस्कार. मित्रों यह सम्मेलन हर हाल में यादगार रहे इस बात की कोशिश जरूर करिएगा। यह तभी संभव है जब आप सभी इस सम्मेलन में विनाशकारी ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए शपथ लें। जलजला भी आप सभी का शुभचिन्तक है और हिन्दी ब्लागिंग को तथाकथित मठाधीशों से मुक्त कराने के एकल प्रयास में जुटा हुआ है. पिछले दिनों एक प्रतियोगिता की बात मैंने सिर्फ इसलिए की थी ताकि लोगों का ध्यान दूसरी तरफ भी जा सकें. झगड़ों को खत्म करने के लिए मुझे यही जरूरी लगा. मेरे इस कृत्य से जिन्हे दुख पहुंचा हो उनसे मैं पहले ही क्षमायाचना कर चुका हूं. हां एक बात और बताना चाहता हूं कि थोड़े से खर्च में प्रतियोगिता के लिए आप सभी हामी भर देते तो भी आयोजन करके इस बात की खुशी होती कि चलो झगड़े खत्म हुए. मैं कल के ब्लागर सम्मेलन में हर हाल में मौजूद रहूंगा लेकिन यह मेरा दावा है कि कोई मुझे पहचान नहीं पाएगा.
आप सभी एक दूसरे का परिचय प्राप्त कर लेंगे फिर भी मेरा परिचय प्राप्त नहीं कर पाएंगे. यह तय है कि मैं मौजूद रहूंगा. आपकी सुविधा के लिए बताना चाहता हूं कि मैं लाल रंग की टी शर्ट पहनकर आऊंगा..( बाकी आप ताड़ते रहिएगा.. सब कुछ अभी बता दूंगा तो मजा किरकिरा हो जाएगा .बाकी अविनाशजी मुझे पहचानते हैं लेकिन मैंने उनसे निवेदन किया है कि जब तक सब न पहचान ले तब तक मेरी पहचान को सार्वजनिक मत करिएगा.
आप सभी को शुभकामनाएं. अग्रिम बधाई.
आप नियमित रुप से मेरे ब्लाग पर आकर मुझे पढती है यह मेरे लिए गर्व और सौभाग्य की बात है उम्मीद करता हूं कि आपका पाठकीय स्नेह यूं ही मिलता रहेगा...।
डा.अजीत
आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा,
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !
..सही कहा
बहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति.....मन की भावना है कोई साथ हो या ना हो....
बहुत खूबसूरत.
रामराम.
उम्दा रचना, सुन्दर मुक्तक, बधाई.
सुन्दर शब्द, खूबसूरत चित्र...
मरहबा !
मरहबा !
कितनी कोमलकांत अभिव्यक्ति..........वाह !
bahoot khoob
प्यार और समर्पण की बेहद ही खूबसूरत अभिव्यक्ति और गुदगुदाते अहसास । आभार ।।
bahut sundar :)
अच्छी रचना.... साधुवाद...
Beautifully written post.
In fact I read the translated version.
Babli ji,
Very nice.. Very touchy!
Mujhe wo geet yaad aa gaya...
"Lag ja gale ke fir yeh haseen raat ho na ho,
Shayad fir iss janam mein mulaaqat ho na ho"
Rgds,
Dimple
लम्हे ये सुहाने साथ हो न हो,
कल में आज जैसी कोई बात हो न हो,
आपका प्यार हमेशा इस दिल में रहेगा,
चाहे पूरी उम्र मुलाकात हो न हो !.............प्रेम की एक बेहतरीन अभिव्यक्ति
बड़ी सुन्दर अभिव्यक्ति..बधाई.
Expressions of such beautiful & selfless love ! Bahut sundar !
Ram
wah wah kya baat hia...m short of words :)
http://liberalflorence.blogspot.com/
http://sparkledaroma.blogspot.com/
क्या खूब लिखा आपने । बधाई ।
nice
http://madhavrai.blogspot.com/
Bahut khoob likha hai aap ne! Vah bhaee vah!
Hardeep
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