तेरी मोहब्बत मुझको महका जाती है,
तेरी हर बात मुझको बहका जाती है,
हर लम्हा सिर्फ़ तेरी याद आ जाती है,
तेरे इंतज़ार में पलकें नम हो जाती है !
तेरी हर बात मुझको बहका जाती है,
हर लम्हा सिर्फ़ तेरी याद आ जाती है,
तेरे इंतज़ार में पलकें नम हो जाती है !
Posted by Urmi at 12:19 PM
37 comments:
यादें होती ही ऐसी है
सुन्दर
चित्र बहुत खूबसूरत
मात्र चार लाइनों में बहुत कुछ कहने का सार्थक प्रयास। आपको साधुवाद। अंतिम लाइन देखें, शायद पलकें नम को जाती हैं होना चाहिए।
http://udbhavna.blogspot.com/
आप की रचना हम को महका जाती है...
बहुत सुंदर रचना.
धन्यवाद
waah bahut badhiya
man rupi sagar ki gahraiyo se amulya moti ke saman nikle shabd.maan gye.
बहुत बढ़िया.
इंतज़ार में तेरे पलके नम हो आती हैं
nice
विरह व्यथा पर रचा गया सुन्दर मुक्तक!
बहुत बढ़िया!
वियोग रस की बढ़िया अभिव्यक्ति...सुंदर रचना..बधाई बबली जी
सुन्दर, वियोग व्यथा वैसे भी मीठा होता है !
Hi..
Last line main ,
teri yaad main palkon main nami aa jaati hai..
Ya
teri yaad main palken nam ho jaati hain..
Hona achha rahega.. Hai na?
Sundar shabd..
DEEPAK..
Each post is better than the other.
Hello Babli ji,
Quite touchy & Very nice pic...!!
"Memories are always with us"
Regards,
Dimple
बहुत बढ़िया, बधाई बबली
बहुत बढ़िया!
हर लम्हा सिर्फ़ तेरी याद आ जाती है,
तेरे इंतज़ार में पलकें नम हो जाती है !
...Bhavpurn rachna
अनुपम
aapki rachna bahut sundar hai
kripya mera blog padhkar mujhe margdarshit kijiye ki mujhe apni kavitao me kya sudhar karna chahiye
:)
:P
www.meriankahibate.blogspot.com
wah ! waah ! waaaaaah !
anand aa gaya ........
विरह व्यथा पर बहुत बढ़िया रचना.
खूबसूरत एहसास...
यादें होती ही ऐसी है
सुन्दर
चित्र बहुत खूबसूरत
बहुत भावपूर्ण पंक्तियाँ ।
sundar. bahut khoob.........
सुन्दर मुक्तक .....कम शब्दों में अच्छी बात कही
kum alfaz aur jyada baat ...bahut hi badhiya prayog kiya hai aapne alfazoan ka ..yaadain ..hoti hi aisi hai ..jo palak nam kar jaati hai "
" khubsurat andaz"
----- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
आप तो बहुत अच्छा लिखती हैं...
_________________
'पाखी की दुनिया' में 'सपने में आई परी' !!
बहुत ही सुन्दर पंक्तियां ।
kya kahe ab aapse. har baar ki tarah yehi kehna chahungi."wah!kya baat hain."
ये कम्बख़्त इंतज़ार .. ख़त्म क्यों नही होता ...
बेहतरीन लिखा है ...
तेरी मोहब्बत मुझको महका जाती है,
तेरी हर बात मुझको बहका जाती है,
हर लम्हा सिर्फ़ तेरी याद आ जाती है,
तेरे इंतज़ार में पलकें नम हो जाती है
चार पंक्तियाँ भी कम नहीं होती भावनाएं बयां करने के लिए........!
इंतजार कहाँ खतम होता है । इंतजार...........
अच्छी प्रस्तुति ।
अच्छी रचना और चित्र भी खूबसूरत...
acchi soch lekin is soch agar ek bahar(meter) mil jaye to baat aur nikhar sakti thi.
परदेस में बैठ इतनी खुबसूरत शायरी। सुभानअल्लाह .....आफरीन... आपको इतनी अच्छी रचनाएँ प्रेषित करने के लिए बधाइयाँ। भविष्य में और अच्छा लिखने के लिए शुभकामनायें... मैंने भी ब्लॉग कि दुनिया एक छोटा सा कदम रखा है...आपको आमंत्रित करता हूँ आइयेगा ...और अपने बहुमूल्य सुझाव दीजियेगा ...शुक्रिया
Post a Comment