तमन्ना से नहीं तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं,
इक उलझन में रहता मेरा दिले नादां,
मिलन से नहीं जुदाई से डरते हैं !
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं,
इक उलझन में रहता मेरा दिले नादां,
मिलन से नहीं जुदाई से डरते हैं !
Posted by Urmi at 9:52 PM
36 comments:
मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं !
ab assa he jab tak pani me nahi utrenge tab tak terna nahi aayega
all the best
bahut khub
तन्हाई से डरते हैं,
sahi kaha ap ne
ख़ूबसूरत शेर !
sundar sher..
सुन्दर...
कुंवर जी,
जज्बातों को खूबसूरती से लिखा है...
achha likha aapne.
Hello Babli ji,
Bus hum sirf "darte" hain :)
Bahut achha likha hai!
Regards,
Dimple
kyaa baat kah di...........bahut khoob.
bhawpurn
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं !
Haan! Yah judayi badi bhayanak hoti hai..
बहुत बढ़िया !!
beautiful....Milne ke badh judhayi se darthen..
waah bahut khoob...
जुदाई से डरेंगे तो मिलेंगे कैसे ।
मुक्तक अच्छा है ।
बेहतरीन !
याद रखने लायक ।
प्रशंसनीय ।
plz be positive and think positive !
बाह! इसके आगे कुछो कहना हमरे बस का बात नहीं है...बाह!!
Hello,
This composition of yours is one of your best ones so far!
Keep writing!
Cheers!
बहुत बढ़िया !!सुन्दर...शेर !
मनोवेदना को आपने बहुत ही साफगोई से प्रस्तुत किया है!
vaah...vaah... vah!!!!!!
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति...
मिलने के बाद जुदाई से डरते हैं, खूबसूरत पंक्तियों के साथ अनुपम प्रस्तुति ।
बहुत बढ़िया ....
मेरा शनि अमावस्या पर लेख जरुर पढे।आप की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा ....आभार
http://ruma-power.blogspot.com/
bahut badiya
सुन्दर अभिव्यक्ति...
बढ़िया अभिव्यक्ति........
दिल से निकली आवाज.......
हार्दिक बधाई....
चन्द्र मोहन गुप्त
जयपुर
चित्र-संगत के साथ शृंगार रस की
अच्छी प्रस्तुति .....बधाई। इस मुक्तक
के तीसरी और चौथी पंक्ति के पदों को
निम्न रूप में रख देखें।
सद्भावी- डॉ० डंडा लखनवी
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भीड़ से नहीं तन्हाई से डरते हैं।
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं॥
इक उलझन में रहता मेरा दिले नादां-
मिलन से नहीं जुदाई से डरते हैं॥
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बहुत खूब लिखा है जी ।
achhe jazbaat hai.....
sach hai ,bahut sundar .
तमन्ना से नहीं तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं रुसवाई से डरते हैं,
इक उलझन में रहता मेरा दिले नादां,
मिलन से नहीं जुदाई से डरते हैं !
सुन्दर...
बहुत सुन्दर...
बहुत बहुत सुन्दर...
nice
बहुत ही सुन्दर.... छोटी सी दिल छूने वाली रचना ... मुझे तो आपकी रचना का हमेशा इंतज़ार रहता है.....
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