Saturday, June 12, 2010


प्रिय मित्रों,
मैं कुछ दिनों के लिए घूमने जा रही हूँ! आप सभी को बहुत याद करुँगी! आप सभी का पोस्ट मैं आकर पढूंगी! आप सब अपना ख्याल रखियेगा! जल्द मुलाकात होगी!

29 comments:

दिलीप said...

yatra ke liye shubhkaamnaayein...

डॉ टी एस दराल said...

शुभकामनायें ।

रश्मि प्रभा... said...

mujhe mat bhulna

मनोज भारती said...

यात्रा शुभमय हो ।

Nivedita Thadani said...

Happy holidays!

Arshad Ali said...

बहुत सारी शुभकामनाएं.

M VERMA said...

शुभकामनाएँ

अजय कुमार said...

अरे अभी अभी तो मैं गाँव से लौटा हूं ,और आप घूमने चल दीं ।
खैर मंगलमय यात्रा की शुभकामनायें ।

दिगम्बर नासवा said...

आपकी यात्रा सुखद हो ...

RAJNISH PARIHAR said...

यात्रा शुभमय हो ।बहुत सारी शुभकामनाएं.

शिवम् मिश्रा said...

आपकी यात्रा सफल हो और खूब मौज मस्ती से भरी हो !बहुत सारी शुभकामनाएं|

Shekhar Kumawat said...

yatra ke liye shubhkaamnaayein...

fir milte

Arvind Mishra said...

अरे मैंने सोचा था कोई शेर मिलेगा मगर यहाँ तो गुफा खाली दिख रही है -मंगलमय यात्रा !

SELECTION - COLLECTION SELECTION & COLLECTION said...

नमस्ते आंटी ! आप घुमने जा रही है ? हम आपको मिस करेंगे .... जल्दी आना ... और कुछ चोकलेट वगैहरा लेकर आना । हां...हां .... शुभयात्रा ! -सम्पन्त

kshama said...

Jaldi aana..intezaar karungi!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

आपकी यात्रा मंगलमयी हो!

sheetal said...

Happy journey.
khub enjoy kariye.

टंगडीमार said...

आगया है अब टंगडीमार ले दनादन दे दनादन। दुनिया याद रखेगी। जरा संभलके।

टंगडीमार

सुरेन्द्र "मुल्हिद" said...

bon voyage!

nilesh mathur said...

शुभकामना, जल्दी आइयेगा!

रवि धवन said...

Happy holidays

रचना दीक्षित said...

शुभकामनायें

arvind said...

बहुत सारी शुभकामनाएं.

मोहन वशिष्‍ठ said...

are waah ghumne jaa rahe ho akele akele hamari shubhkamnaye aapke saath vacation ka bharpur aanand lo

अरुणेश मिश्र said...

शुभकामनाएँ ।

पंकज मिश्रा said...

मेरी शुभकामनाएं। पर आपने ये नहीं बताया कि जा कहां रही हैं। आकर पूरी यात्रा का वर्णन जरूर करिएगा। इंतजार रहेगा।
http://udbhavna.blogspot.com/

अभिन्न said...

happy vacations-write whatever u see n feel during this

Sumandebray said...

Bon Voyage and happy holidays

arvind said...

एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यूँ है?
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यूँ है?
उसे पाना नहीं मेरी तक़दीर में शायद,
फिर हर मोड़ पे उसीका इंतज़ार क्यूँ है?

..बहुत सारी शुभकामनाएं,शुभयात्रा