किसीकी यादों का छाया मुझपर खुमार है,
दिल कह रहा है यकीनन उसे भी प्यार है,
हाल-ए-दिल कहती हूँ उसे हर शायरी में,
क्यूँ न समझ सके वो ये प्यार का इज़हार है?
दिल कह रहा है यकीनन उसे भी प्यार है,
हाल-ए-दिल कहती हूँ उसे हर शायरी में,
क्यूँ न समझ सके वो ये प्यार का इज़हार है?
42 comments:
बहुत प्यारा मुक्तक है!
इससे बेहतर इज़हार तो हो नहीं सकता ।
ग़ज़ब का इजहारे-मुहब्बत है.वाह वाह.
बहुत खूब !
सादर
खूबसूरत अभिव्यक्ति !
एक न एक दिन तो समझ ही जाएगा !
खूबसूरत मुक्तक...
आपकी शायरी तो, बबली जी बेमिशाल है
प्यार के इजहार का आपका अपना ही ख्याल है
यादों की खुमारी की दी आपने अच्छी सुर ताल है.
हम नहीं बता सकते कि अब हमारा क्या हालचाल है
थोड़ी सी तुकबंदी करने की कोशिश की है बबली जी.
आपकी खुमारी में ही कुछ खुमार हो गया बस.
किशोर वय में इस प्रकार के प्रेम की सघनता बहुत होती है. प्रतिप्रेम की आशा करना....और यह समझना कि 'मेरे बोले बिना भी मेरी भावनाओं का उसे टेलिपैथी से पता चल जाएगा....' बहुत निराशा पैदा करता है.
आपकी रचना अच्छी लगी.
बहुत खूब ..
As usual, beautiful lines.
वाह ...बहुत ही सुन्दर पंक्तियां ।
bahut hi shandar wah !
read this post :
कौवा बिरयानी सरकार ..जन लोकपाल बिल लोचे में पड़ा
http://eksacchai.blogspot.com/2011/05/blog-post_31.html
हाल-ए-दिल कहती हूँ उसे हर शायरी में,
क्यूँ न समझ सके वो ये प्यार का इज़हार है?
......सुन्दर पंक्तियां ।
SUNDER AUR LAJWAAB LIKHA HAI AAPNE
Nice one ,liked it :)
bahut pyari khoobsurat ahsaas ko samete hue ye shayeri.bahut pasand aai.
वाह वाह …………बहुत सुन्दर इज़हार है।
waaah......gazab ka muktak.
जब ऐसा प्यार का इजहार है
तो वो भी कहेगा मुझे भी इकरार है
बहुत सुंदर और प्यार भरे भाव
वाह वाह जी वाह वाह, क्या बात हे बहुत सुंदर
ग़ज़ब की नज़्म है ... प्यार समझ पाना आसान नही ...
aapka blog aur rachna dono hi manohari hai/saath hi udantashtari par aapka comment bhi behad mahattvapoorn ban pada hai/meri badhai
sader,
dr.bhoopendra
rewa
mp
हाल-ए-दिल बहुत कहा उन्हें शायरी में
पर उन्हें यकीन कहां इज़हारे हकीकी में
बहुत सुंदर !!!
आपकी हर कविता में प्यार का खुमार है |
lekar ke sabdo ka sahara,
chalte rahiye mohabbat ki raah pe.
samajh hi jaayenge ek din wo ki
aapko unse pyaar hain.
mayus na ho, e dil tu abhi,
bas kuch pal ka hi, ye intezaar hain.
abhi to barsaat ka mausam aane main kuch waqt baaki hain.
ek ke baad ek khubsurat shayri se aap hame bheego rahi hain.
achha lagta hain yu bheegna.
'दिल कह रहा है यकीनन उसे भी प्यार है'
दिल जो कaह्ता है , वही सच होता है और उसका सन्देश ज़रूर पहुंचता है ।
good one
shandar
कोशिश करके उसी तर्ज़ मेँ लिख रहा हूँ
:
कैसे समझेगा ये इंकार है कि इकरार है
जब यादोँ का उसपर भी खुमार है
हाले दिल बताना तो शायरी मेँ शुमार है
वो समझता है कि ये प्यार का इज़हार है
हाल-ए-दिल बहुत कहा उन्हें शायरी में
पर उन्हें यकीन कहां इज़हारे हकीकी में
बहुत सुंदर !!!
वाह !!! क्या मुक्तक है.
बहुत खूबसूरत ....
उर्मीजी इन दिनों से व्यस्त होने के कारण आपके ब्लॉग पर आ ना सकी उसके लिए माफ़ी चाहती हू !
लाजवाब......
बहुत प्यारा मुक्तक| धन्यवाद|
अंदाजे बयाँ अच्छा है! आपके मुक्तक को
पढ़ कर एक विचार कौंधा फलस्वरूप एक
मुक्तक बन गया। जिसे भेज रहा हूँ।
=====================
अब जमाना समझता नहीं शायरी।
आप क्यों कर भरे जा रहे डायरी॥
इश्क़ में शायरी की जरूरत कहाँ-
जमके करिए मोबाइल से मोबायरी॥
======================
सद्भावी -डॉ० डंडा लखनवी
बहुत खूबसूरत!
बहुत प्यारी सी पंक्तियां...
बहुत सुन्दर एवं मर्मस्पर्शी रचना !
हार्दिक शुभकामनायें !
शायरी और क्या है प्यार का इजहार ही तो है
bahut hi shaandaar muktak.dil ko choo gayaa.badhaai sweekaren.
Did you do those pictures? They are terrific !!!
बहुत सुंदर.. क्या कहने
Post a Comment