वो तो पानी की बूँद है जो आँखों से बह जाए,
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए,
वो प्यार क्या जो लफ़्ज़ों में बयान हो,
प्यार तो वो है जो आँखों में नज़र आए !
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए,
वो प्यार क्या जो लफ़्ज़ों में बयान हो,
प्यार तो वो है जो आँखों में नज़र आए !
49 comments:
बहुत सुन्दर मुक्तक लिखा है आपने!
haay haay kya kah diya aapne...
waah waah
'प्यार तो वो है जो आँखों में नज़र आये '
................वाह क्या कहना ! बहुत सुन्दर
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए
अपने आँसुओं को दूसरों की नज़रों से बचाए रखने की कोशिश मनवीय प्रकृति की है. रुके आँसू को सकारात्मक दिशा देना कठिन कार्य है. जो ऐसा कर पाता है वह सच्चा इंसान है.
आपने इसी भाव को सुंदर तरीके से अभिव्यक्ति दी है.
बहुत खूब .जाने क्या क्या कह डाला इन चंद पंक्तियों में
....सुंदर प्रस्तुति
lovely...
बहुत बढ़िया
बहुत सुन्दर अहसास...
वाह ... बहुत खूब
bahut khoob.... kya baat
kuchh hosh nahee rehtaa....kuchh dhyaan nahee rehtaa, insaan muhabbat mein insaan nahee rehtaa...
khoobsurat sher likha hai Babli jee.!
आपकी रचना पढकर मिर्ज़ा ग़ालिब का एक शेर याद आ गया ...
रगों में दौड़ने फिरने के हम नहीं कायल
जो आँख ही से न टपके तो फिर लहू क्या है ...
बहुत सुन्दर रचना..बधाई.
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'पाखी की दुनिया ' में आपका स्वागत है !!
:) nice one....and reading hindi after so long !!! About the "Food for Little Champs" event. All you need to do is:
1. Cook a kid friendly dish that your little one enjoys, or that you enjoyed as a child. It can be anything, breakfast, dessert, snack, main course etc
2. Post it on your blog before June 30th. Include a link to this post in your blog.
3. Leave a comment on this post letting me know that you want to participitate in the event.
4. Send a mail to my id: indu.mathew@yahoo.com with the following details:
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Name of your blog,
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So, finally, I will give a round up of all such entries I get in my blog, provide a link to your blog and so on....
waaah
Beautifully expressed.
यही छोटी सी बात तो लोग समझते नहीं है ... बहुत बढ़िया भाव !
वाह वाह , बहुत सूफियाना बात कही है । अति सुन्दर ।
वो प्यार क्या जो लफ़्ज़ों में बयान हो,
प्यार तो वो है जो आँखों में नज़र आए !
वाह क्या बात है ! बहुत सुन्दर !
सुंदर मुक्तक के रूप में बेहतरीन प्रस्तुति. शुभकामनाएँ.
jo baat lafzo main na kahi jaaye.
wo baat ankho ke isharo se kahi jaaye.
bahut sundar likha aapne.
दिल में उतर गये हैं जज्बात आपके।
---------
बाबूजी, न लो इतने मज़े...
चलते-चलते बात कहे वह खरी-खरी।
वो प्यार क्या जो लफ़्ज़ों में बयान हो,
प्यार तो वो है जो आँखों में नज़र आए !
बहुत खूब,वाह क्या बात है.
आपकी शेरो-शायरी तो गजब की है..बधाई स्वीकारें.
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कभी 'यदुकुल' की यात्रा पर भी आयें !!
क्या बात है ....
वो तो पानी की बूँद है जो आँखों से बह जाए,
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए,
बहुत खूब ..सुन्दर प्रस्तुति
बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति।
यानि अँधों का प्यार सच्चा प्यार नहीं हो सकता? यह तो बहुत नइन्साफ़ी है! :)
वाह जी , बहुत सुंदर
बहुत सुन्दर ...
और फिर चित्र के क्या कहने
सुंदर अहसास
वो तो पानी की बूँद है जो आँखों से बह जाए,
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए,
वो प्यार क्या जो लफ़्ज़ों में बयान हो,
प्यार तो वो है जो आँखों में नज़र आए !
bahut khoob likha hai
bilkul sahi baat hai. vaah.
सचमुच - सिल जाते हैं होंठ यकायक और बोलते नैन - बहुत सुन्दर भाव बबली जी.
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए,
bahut khoob,
बहुत खूब लिखा आपने.
सादर
Very nice. Short & crisp!
bilkul sahee pyaar aur tiraskaar aankho se pataa chal jata hai
बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति,बधाई.
bahut khoob babli ji
बहुत बढ़िया रचना है,प्रस्तुति तो लाजवाब है,
साभार- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
Nice expressions Babli ji....
बहुत सुन्दर भावाव्यक्ति,बधाई|
पानी और आँसू में अंतर को सुन्दरता से व्यक्त किया है.
वो तो पानी की बूँद है जो आँखों से बह जाए,
आँसू तो वो है जो आँखों में ही रह जाए,
बहुत सुन्दर ....
बहुत खूब!
प्यार तो वो है जो आंखों में नजर आए...
बहुत सुंदर पंक्ति।
bahut khub likha hai.
amita kaundal
achcha likha aapne dil ko choo gaya.
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