हर रात को चाँद का श्रृंगार नहीं मिलता,
हर डाली को फूलों का प्यार नहीं मिलता,
अरमान होते हैं बहुत इस दिल में पर,
हर किसीको मन चाहा प्यार नहीं मिलता !
हर डाली को फूलों का प्यार नहीं मिलता,
अरमान होते हैं बहुत इस दिल में पर,
हर किसीको मन चाहा प्यार नहीं मिलता !
43 comments:
aap jaisi lekhika ko padhne ka...
har kisi ko mauka baar baar nahi miltaa...
"हर रात को चाँद का श्रींगार नहीं मिलता"
वाह वाह
बहुत बढ़िया!
छोटे-छोटे मुक्तकों में आप बहुत बड़ बात कह देती हो!
वाह ..बहुत ही सुन्दर शब्द ।
very beautiful
सही बात कही आपने उर्मि जी । सब कुछ मिल जाता तो आदमी ईश्वर को ही भूल जाता । ईश्वर जिसे जब चाहता है मिलाता है , जब चाहता है अलग कर देता है । बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ हैं।
sunder abhivyakti .
"हर रात को चाँद का श्रींगार नहीं मिलता"
.....वाह ..बहुत ही सुन्दर .
वाह ,बहुत ही सुन्दर .
BEHTRIN SHAYRI, HAR KISI KO MANCHAHA PYAR NAHI MILTA
बहुत बढ़िया मुक्तक।
चार पंक्तियों में 100 पृष्ठ की बातें समाई हैं।
i wonder how u manage to write such good shayaris with so much consistency..another superb one :)
Beautiful expression .Loved it .
वाह वाह , बहुत सुन्दर लिखा है ।
Well said!!! And that too beautifully!
♥ from © tanvii.com
अरमान और प्रेम दोनों स्वाभाविक हैं और दोनों में से किसी का भी अभाव नहीं होता.
सुंदर पंक्तियाँ.
shayad yahi khalish insan ke jivan me rahti hai ....
बहुत सुन्दर शब्द संयोजन.सिर्फ ४ पंक्तियों में गहरी बातें करने में पारंगत होती जा रही हैं.keep it up.....
हर रात को चाँद का श्रींगार नहीं मिलता,
हर डाली को फूलों का प्यार नहीं मिलता,
अरमान होते हैं बहुत इस दिल में पर,
हर किसीको मन चाहा प्यार नहीं मिलता !
चार लाइनों में आपने गहन अनुभूतियों और जीवन दर्शन को समेट लिया है....बधाई स्वीकारें !
jo bhi likha ekdum sahi likha hain.
hamare man main icchai to bahut hain,par har iccha puri ho ye kaha sambhav hota hain.
बबली जी, बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति है आपकी.
मन चाहा प्यार मिलना ही तो दैव कृपा है.
आपके ब्लॉग पर देरी से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ.यूरोप के टूर पर गया हुआ था.हाल में ही लौटा हूँ.
बहुत सुन्दर .. जी हाँ यही हकीकत है
सुन्दर भाव की प्रस्तुति - वाह.
हो सके तो श्रींगार को श्रृंगार कर दें.
प्यार बांटने से सजते हैं अरमान प्यार के
सुमन प्यार कभी भी उधार नहीं मिलता
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
http://meraayeena.blogspot.com/
http://maithilbhooshan.blogspot.com/
सुँदर भाव , अभीष्ट शब्दों में . आभार .
Aisa hi hota hai. Sundar abhivyakti.
फिर भी ज़िन्दगी का सफ़र,यूं नहीं रुकता !
भावनाओं का आदर करते हुए !
Whatever I know about poetry is only through your posts
इस सुन्दर ब्लॉग पर आकर बहुत अच्छा लगा ।
मेरा ब्लॉग- संशयवादी विचारक
that's beautifull
Babli Ji,
Bahut Khoob ....
Surinder Ratti
Mumbai
Very nice! Congrats!
Vah! kya baat hai! Bahut khoob!
great photo
share the feeling
visit <3
www.samecookiesdifferent.blogspot.com
बहुत ही उम्दा प्रस्तुती!
wah.....
हर किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता
कभी जमीं तो कभी आसमां नहीं मिलता
अच्छी रचना
शुभकामनाएं आपको
हर रात को चाँद का श्रृंगार नहीं मिलता,
हर डाली को फूलों का प्यार नहीं मिलता,
अरमान होते हैं बहुत इस दिल में पर,
हर किसीको मन चाहा प्यार नहीं मिलता !
beautiful lines.....!!!!
बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ ....
bahut sundar.
क्या बात है.. बहुत सुंदर रचना। हर रात को चांद का ऋंगार नहीं मिलता.. क्या कहने।
gagar men sagar...isi ko kahate hain.
very nice yaha bhi aaye
aapka mere blog me aane ke liye dhanybaad kripya aate rahiye yaha se blog me aayeyour welcome my blog
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