जिसे दिल-ओ-जान से चाहा, उसे अपना न बना पाया, अब पूछ रहा है वीराना, क्या पाया बनके दीवाना ? सुन्दर प्रस्तुति है -ये मेरा दीवाना पन है या मोहब्बत का सुरूर ,तू न पहचाने तो है यह तेरी नजरों का कुसूर ,दिल को है तेरी तमन्ना दिल को है तुझसे ही प्यार ,तू चाहे आये न आये हम करेंगे इंतज़ार ,ऐसे वीराने में एक दिन घुट के मर जायेंगे हम ,चाहे फिर जितना पुकारों ,फिर नहीं आयेंगे हम ,ये मेरा दीवाना पन है -मुकेश का गाया यहूदी की बेटी फिल्म का गीत है यह जो बरबस आपकी रचना पढ़ते पढ़ते हम कब गुनगुनाने लगे पता ही न चला .
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30 comments:
क्या पाया बनके दीवाना ? pata nahi yeto ..par rachna bahut sundar hai !!
वाह ...बहुत खूब ।
जिसे दिल-ओ-जान से चाहा,
उसे अपना न बना पाया,
अब पूछ रहा है वीराना,
क्या पाया बनके दीवाना!!!!!!!वाह वाह बहुत खूब
बहुत सुंदर प्रस्तुति,अति उत्तम अभिव्यक्ति बेहतरीन रचना,
अब पूछ रहा है वीराना,
क्या पाया बनके दीवाना ?
.........वाह बहुत खूब
Mann ko to saari umar
DHakkon ne maara
Dushmano ko kya kahen yahan
to apno saggon ne Maraa
BEautiful loved this
Bikram's
दीवानों से ये मत पूछो ! :)
marmsparshi bhav ....
mohabbat ke safar mein
aksar aisaa hotaa
chaahne waale kaa
har khwaab pooraa nahee hotaa
Kuch hansil nahi hota diwana ban ke ... Lajawab likha hai ...
Bahut sunder, behad umda.
Beautiful expression.
diwano ki halat diwane janate hai
jalane me kya maja hai parwane janate hai
behtarin rachana hai
बहुत सुंदर प्रस्तुति. बधाई.
Wah Babli,wah!
वाह बहुत सुन्दर ।
अब पूछ रहा है वीराना,
क्या पाया बनके दीवाना.....दीवानगी पाई और क्या.
deewane hain....deewano kao na ghar chahiye....na dar chahiye...muhabbat bhai ik nazar chahiye
दीवाने वीराने की कब परवाह करते हैं.
बल्कि वीराने दीवानों से ही आबाद
होते हैं,उर्मी जी.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार जी.
वाह ! बहुत खूब ..!
सुन्दर प्रस्तुति !
जिसे दिल-ओ-जान से चाहा,
उसे अपना न बना पाया,
अब पूछ रहा है वीराना,
क्या पाया बनके दीवाना ?
सुन्दर प्रस्तुति है -ये मेरा दीवाना पन है या मोहब्बत का सुरूर ,तू न पहचाने तो है यह तेरी नजरों का कुसूर ,दिल को है तेरी तमन्ना दिल को है तुझसे ही प्यार ,तू चाहे आये न आये हम करेंगे इंतज़ार ,ऐसे वीराने में एक दिन घुट के मर जायेंगे हम ,चाहे फिर जितना पुकारों ,फिर नहीं आयेंगे हम ,ये मेरा दीवाना पन है -मुकेश का गाया यहूदी की बेटी फिल्म का गीत है यह जो बरबस आपकी रचना पढ़ते पढ़ते हम कब गुनगुनाने लगे पता ही न चला .
वाह ...बहुत खूब ।
bahut khub
very nice ..sara nassebon ka khel hai ...Dost
awesome !!
ab poochh raha hai veerana kya paya ban ke deevana.....vaah laajabaab sher.
बहुत सुंदर रचना ,बेहतरीन प्रस्तुति,लाजबाब ,,,,,
welcome to new post...वाह रे मंहगाई
Behad achhee rachana!
bahut khoob wah wah
बहुत सुंदर कविता। मन को छू गयी । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद ।
ऐसा अक्सर होता है।
बहुत बढि़या।
good work, I will consider your tips
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