Monday, July 6, 2009


हर कदम पर बहारों ने साथ छोड़ा,
ज़रूरत में दिलरूबा ने भी साथ छोड़ा,
वादा किया था सितारों ने साथ देने का,
सहर हुई तो सितारों ने भी साथ छोड़ा !

37 comments:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

"सियाहवक्ती में कोई कब किसी का साथ देता है"
यथार्थ का आइना दिखाता खूबसूरत शेर।
बधाई।

Prem Farukhabadi said...

Babli ji
वादा किया था सितारों ने साथ देने का,
सहर हुई तो सितारों ने भी साथ छोड़ा !

kya baat hai.bahut sundar!!!

IMAGE PHOTOGRAPHY said...

आप के शेर आप के अभिव्यक्ति का खुबसुरत माध्यम है

ताऊ रामपुरिया said...

बेहतरीन अभिव्यक्ति. बहुत शुभकामनाएं.

रामराम.

Murari Pareek said...

बहुत सुन्दर रचना ! बबली जी आपकी रचना छोटी और बहुत प्यारी होती हैं!! हम तो लिखने लगते हैं है तो जाना कहीं और होता है पहुँच कहीं और जाते हैं!! हा.हा..हा...

cartoonist anurag said...

bablee ji......

ghabraeye nahi main aaka sath aour blog par aana nahi choduga......

Dimple said...

Hey dear,

Marvellous.
Lesser words attached with a deep meaning :-)
Keep up the good work!
Regards

दिगम्बर नासवा said...

वाह ...क्या खूब लिखा है .............. सितारे तो बेवफा ही होते हैं, साथ छोड़ जाते हैं. लाजवाब

राज भाटिय़ा said...

क्या बात है बहुत सुंदर रचना..
हमे उन से वफ़ा की उम्मीद है,
जो नही जानते वफ़ा क्या है.

अलीम आज़मी said...

kya baat hai urmi.....dil ko chu gayi aapki yeh kavita....likhte rahiye

sujata sengupta said...

Beautiful lines Urmi.. You are doing a great job with all your blogs keep it up!!

सागर नाहर said...

सुन्दर शेर.. बहुत अच्छे लगे।
धन्यवाद

Unknown said...

wahh ji wahhh tussi to chha gye

hempandey* said...

सितारों ने भी भले ही साथ छोड़ दिया हो, निराश होने की आवश्यकता नहीं. सूर्य है.

निर्झर'नीर said...

har sher purmaani or khoobsurat
har painting apne aap se bandh rahi hai
speechless

ARUNA said...

awesome Babli.....no words to xpress!!!!!Is baar mein late ho gayi comment karne mein!

Anonymous said...

वादा किया था सितारों ने साथ देने का,
सहर हुई तो सितारों ने भी साथ छोड़ा !

...बेहतरीन !!

Akanksha Yadav said...

...Pahle ki tarah hi khubsurat aur dilchasp.

फ़िलहाल "शब्द-शिखर" पर आप भी बारिश के मौसम में भुट्टे का आनंद लें !!

pradipwritenow said...

Sahar Hui to er maane ki? Please help.

admin said...

कम शब्दों में लाजवाब शेर।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }

vijay kumar sappatti said...

bahut hi accha sher...

meri badhai sweekar karen..

Aabhar
Vijay
http://poemsofvijay.blogspot.com/2009/07/window-of-my-heart.html

नीरज गोस्वामी said...

आप की रचना पद कर पुराना हिंदी गाना याद आ गया....
देखी ज़माने की यारी...बिछुडे सभी बारी बारी....
नीरज

Shruti said...

aapka likhne ka andaaz mujhe bahut pasand aaya..

Prem Farukhabadi said...

हर कदम पर बहारों ने साथ छोड़ा,
ज़रूरत में दिलरूबा ने भी साथ छोड़ा,
वादा किया था सितारों ने साथ देने का,
सहर हुई तो सितारों ने भी साथ छोड़ा !

baht sundar!!!!!!

Unknown said...

Hi Babli
Thanks for dropping by my blog & leaving your comments. I read your
Shayaris and loved them. Simple words, deep meanings, lovely verses. Really outstanding. I find most of your fans are commenting in Hindi. Hope you dont mind my comments in English !

Have a great day. Regards

Ram

Randhir Singh Suman said...

good

Harshvardhan said...

bahut sundar.............

pradipwritenow said...

Chalar pathe Ek Ek Kore
Sab chole jai
Khali hoi seat gulo
Tobu chalo
Bus ta Darun cholchhe.

anil said...

सुन्दर लाजवाब रचना

Neeraj Kumar said...

अति सुन्दर रचना है...वाह!

शरद कुमार said...

Wakae la-jbab. Dhanyawad.

M VERMA said...

जवाब नही --
लाजवाब
chitra to aankho me bas gaye

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

kya baat kahi hai aapne...... waaqai mein sab log saath chhod dete hain........

Thanx for sharing mam.......

regards.......

शोभना चौरे said...

babliji
bhut umda sher .
sitare ka kam hai andere tak sath rhna .fir to suraj ki roshni kha kisi ko tikne deti hai .

ओम आर्य said...

पता नही क्यो साथ छूटता है किसी का ..............बहुत ही भावपुर्ण है आपकी रचना....बधाई

vikram7 said...

ज़िन्दगी थी अजीब, सब एक ख्वाब थे,
खुशी तो मिली नहीं, पर गम बेहिसाब थे,
चाहत की क्या बात करें तुमसे,
था समन्दर अपना, फिर भी प्यासे थे !
बेहतरीन शेर

स्वप्न मञ्जूषा said...

हर कदम पर बहारों ने साथ छोड़ा,
ज़रूरत में दिलरूबा ने भी साथ छोड़ा,
वादा किया था सितारों ने साथ देने का,
सहर हुई तो सितारों ने भी साथ छोड़ा !

achhi rachna...
bahut bahut badhai...